किसानों ने रुड़की में जुलूस निकालकर स्टेट हाईवे पर सांकेतिक जाम लगाया, बाजार पूरी तरह खुले रहे
रुड़की । तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे संयुक्त किसान मोर्चा के भारत बंद के आह्वान के समर्थन में किसानों ने रुड़की में जुलूस निकालकर स्टेट हाईवे पर सांकेतिक जाम लगाया। इस दौरान बाजार पूरी तरह खुले रहे। दिल्ली बॉर्डर पर लंबे समय से कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों ने सोमवार को भारत बंद का आह्वान किया था। उत्तराखंड किसान मोर्चा (उकिमो) से जुड़े किसान सुबह ग्यारह बजे से प्रशासनिक भवन में एकत्र होना शुरू हो गए थे। इसके बाद उकिमो के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी गुलशन रोड़ के नेतृत्व में किसानों ने सिविल लाइंस, शताब्दीद्वार से होते हुए रुड़की-हरिद्वार स्टेट हाईवे पर जुलूस निकाला। किसान स्टेट हाईवे पर तहसील कार्यालय के बाहर एकत्र हुए और सांकेतिक जाम लगाया। इस दौरान भारी पुलिस बल जुलूस के साथ तैनात किया गया था। पुलिस ने वाहनों का शताब्दीद्वार से रूट डायवर्ट कर दिया। सांकेतिक जाम लगाने के बाद किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों के जरिए सरकार को ज्ञापन भेजा। उकिमो अध्यक्ष गुलशन रोड़ ने कहा कि सरकार किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है। सरकार को चेताने के लिए किसान सड़क पर उतरने को मजबूर हैं। जब तक तीनों कृषि कानून वापस नहीं होते तब तक आंदोलन जारी रहेगा। ज्ञापन सौंपने के बाद किसान वापस प्रशासनिक भवन लौट आए। रुड़की में इस दौरान बाजार पूरी तरह खुले रहे। अलबत्ता, बाजारों, सरकारी कार्यालयों में भीड़ अपेक्षाकृत कम नजर आई।प्रदर्शनकारियों में राजेंद्र सिंह, धर्मवीर प्रधान, राजपाल सिंह, बिजेंद्र सिंह, सतबीर सिंह, सबीर अली, आकिल हसन, चांदवीर मलिक, सुरेंद्र लंबरदार, नरेश लोहान, धर्मेंद्र, नरेंद्र चौधरी, अनिल कश्यप, ओमकार प्रधान, दीपक पुंडीर, सोहनवीर सिंह, राजकुमार, रवींद्र त्यागी, मोहम्मद गालिब, जफर, रहमान, मुस्तफा, अनीश, नवाब, महीपाल प्रधान, कर्मवीर, शत कुमार आदि मौजूद रहे।
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