पूर्व सैनिकों ने प्रदर्शन कर चीन के राष्ट्रपति का पुतला दहन किया, शहीद हुए जवानों को दी श्रद्धांजलि, कहा हमारी सेना पूरी तरह सक्षम मुंहतोड़ देंगे जवाब
रुड़की । पूर्व सैनिकों ने गलवान घाटी में चीन के साथ हुए संघर्ष में बीस भारतीय जवानों के शहीद होने पर दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने प्रदर्शन कर चीनी राष्ट्रपति का पुतला भी फूका। सिविल लाइंस के चंद्रशेखर चौक पर विरोध प्रदर्शन के दौरान इंद्रपाल सिंह ने कहा कि जिस प्रकार से चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर हमला किया, वह धोखा है। पूर्व सैनिकों में चीन के खिलाफ रोष है। कहा कि सेना दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकतों का सामना करने के लिए पूरी तरह सक्षम है। कहा कि पूर्व के समझौते के तहत वहां पर दोनों देशों के सैनिक हथियारों का उपयोग नहीं कर सकते। इस नीति को भी सरकार को बदलना चाहिए। इस तरह के धोखे को कोई स्वीकार नहीं कर सकता। सरकार से मांग की कि सीमा पर शहीद जवान के परिवारों को एक-एक करोड़ रुपये आर्थिक सहायता दी जाए। साथ ही भारत सरकार से चीन से सभी आयात बंद करने की मांग की। इस दौरान गवर सिंह रावत, मिथिलेश सैनी, दौलत सिंह, राजपाल सिंह, प्रीतम सिंह, मदन कुमार, वाइके चौधरी, अशोक कुमार, सतवीर सिंह, अमर सिंह गहलोत, सुनील कुमार नेगी, ज्ञानेश्वर सैनी, प्रवीण चौधरी, जयप्रकाश, मनोज राठी, मेनपाल सिंह, पूर्ण सिंह, विनोद कुमार आदि मौजूद रहे।