प्रदेश के विकास और समृद्धि हेतु अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें: हरबीर सिंह, राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन

हरिद्वार । एस.एम.जे.एन. पी.जी. काॅलेज में उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर दिवस पर मुख्य अतिथि सरदार हरबीर सिंह, अपर कुम्भ मेला अधिकारी की की अध्यक्षता में कार्यक्रम आयोजित किया गया। सर्वप्रथम मुख्य अतिथि सरदार हरबीर सिंह व प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने काॅलेज में निर्मित शौर्य दीवार पर शहीदों पुष्पांजलि अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर के नमन किया। कार्यक्रम का प्रारम्भ मुख्य अतिथि सरदार हरबीर सिंह अपर कुम्भ मेला अधिकारी एवं काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने सर्वप्रथम मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर किया गया। प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा, मुख्य छात्र कल्याण अधिष्ठाता डाॅ. संजय माहेश्वरी, मुख्य अनुशासन अधिकारी डाॅ. सरस्वती पाठक आदि द्वारा मुख्य अतिथि को शाॅल एवं बुके भेंटकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि अपर कुम्भ मेलाधिकारी सरदार हरबीर सिंह ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए अपने संदेश में कहा कि सर्वप्रथम मैं राज्य आन्दोलनकारियों को प्रणाम करता हूं जिनके बलिदान और साहस के बिना उत्तराखण्ड राज्य के सपने का साकार करना सम्भव नहीं था। उन्होंने कहा कि इन बीस वर्षों में उत्तराखण्ड ने बहुत तीव्र गति से विकास किया है। सरदार हरबीर सिंह ने कहा कि प्रगति के पथ पर अग्रसर, प्राकृतिक सम्पदा और नैसर्गिक सौन्दर्य से भरपूर यह प्रदेश ऐसे ही विकास की नित नई ऊंचाईयों को छूता रहे। उन्होंने युवाओं से प्रदेश के विकास में सहयोग का आह्वान करते हुए कहा कि सभी प्रदेश के समग्र विकास और समृद्धि हेतु अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान दें। इस अवसर पर काॅलेज के प्राचार्य डाॅ. सुनील कुमार बत्रा ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए कहा कि प्रदेश का निर्माण कई वर्षों के आन्दोलन के पश्चात् भारत के 27वें गणराज्य के रूप में किया गया था। उन्होंने कहा कि एक युवा की तरह उत्तराखण्ड अब अपने 21वें स्थापना दिवस पर उत्साह से भरपूर, नये विचारों से ओतप्रोत तथा नई चुनौतियों का सामना करने को तैयार राज्य में तब्दील होने की तैयार में है। उन्होंने कहा इन 20 वर्षों के सफर में कई मुकाम हासिल किये, अनेक सफलतायें प्राप्त की तथा अनेक नई राह तलाश करने का दौर जारी है। डाॅ. बत्रा ने कहा कि शहीदों के सपनों का प्रदेश बनाने के लिए हम सभी राज्यवासियों को तन-मन-धन से राज्य हित में कार्य करना होगा, यही उनकी सच्ची श्रद्धाजंलि होगी। मुख्य अधिष्ठाता छात्र कल्याण डाॅ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कार्यक्रम का सफल संचालन करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य को देवभूमि के नाम से भी जाना जाता है और यहाँ के स्वादिष्ट भोजन, बुंरास का पेय देश में तीव्र गति से लोकप्रिय हो रहें हैं। मुख्य अनुशासन अधिकारी ने अपने सम्बोधन में कहा कि राज्य स्थापना का आन्दोलन ही था जिसमें राज्य ने अपनी मातृशक्ति की ताकत का अहसास किया और युवाओं के उत्साह को भी स्वीकारा। इस अवसर पर काॅलेज के छात्र-छात्राओं द्वारा विभिन्न प्रस्तुति दी जिसमें कुणाल धवन व आदित्य कपूर द्वारा सरस्वती वन्दना व श्रीराम भजन ‘मेरे मन में राम-तन में राम’, पूर्व छात्रा वैष्णवी उपाध्याय द्वारा- लग जा गले, कु. अनन्या भटनागर ने ‘मानो तो मैं गंगा मां हूं’ तथा काॅलेज के पूर्व छात्रा मेहताब आलम ने ‘पल पल दिल के पास तुम’, ‘मेरे देश की धरती’ आदि गीतों से शहीदों को समर्पित कार्यक्रम प्रस्तुत किया। यह कार्यक्रम महाविद्यालय के छात्र-छात्राओं हेतु यू-टयूब , फेसबुक, गूगल मीट ज़ूम पर भी आॅनलाईन दिखाया गया। कार्यक्रम में डाॅ. जगदीश चन्द्र आर्य, विनय थपलियाल, डाॅ. सुषमा नयाल, डाॅ. रिचा मिनोचा, श्रीमती रिंकल गोयल, डाॅ. पदमावती तनेजा, डाॅ. लता शर्मा, विनित सक्सेना, अंकित अग्रवाल, नेहा सिद्दकी, नेहा गुप्ता, डाॅ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, वेद प्रकाश चौहान, मोहन चन्द्र पाण्डेय, सहित काॅलेज आदि शिक्षक व कर्मचारी उपस्थित थे।

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