ग्लेशियर टूटने से आई तबाही, अब तक तीन शव बरामद, 150 से अधिक श्रमिकों की मौत की आशंका, 16 लोगों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर भेजा, स्थिति का जायजा लेने पहुंचे मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत

देहरादून । उत्तराखंड के चमोली जिले के रैणी गांव में रविवार को ग्लेशियर फटने से धौली गंगा नदी में बाढ़ आ गई। इससे चमोली से हरिद्वार तक खतरा बढ़ गया है। घटना की सूचना मिलते ही प्रशासन की टीम मौके के लिए रवाना हो गई। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से बात की। उन्होंने राज्य को हरसंभव मदद देने का आश्वासन दिया है। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं को मदद करने के लिए कहा। सेना, वायुसेना, एनडीआरएफ, आईटीबीपी और एसडीआरएफ की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर राहत और बचाव का कार्य कर रहे हैं। इसके अलावा अबतक तीन लोगों के शव बरामद हो चुके हैं और 100-150 लोगों के हताहत होने की आशंका जताई जा रही है। मुख्यमंत्री ने लोगों से पुराने वीडियो शेयर न करने और धैर्य बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने मदद के लिए एक मोबाइल नंबर भी जारी किया है। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम उत्तराखंड के चमोली में ग्लेशियर टूटने को लेकर जानकारी एकत्र कर रहे हैं। हमारे अधिकारी वहां के अधिकारियों के संपर्क में हैं। चूंकि यह गंगा नदी का मामला है, इसलिए हमें चिंता करने की जरूरत है। उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार ने कहा, ‘तपोवन बांध में फंसे 16 लोगों को पुलिस ने सुरक्षित स्थानों पर भेजा है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत चमोली के तपोवन क्षेत्र के रैणी गांव के पास पहुंचे। वे स्थिति का जायजा ले रहे हैं। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को चमोली जिले के तपोवन क्षेत्र में सेना और आईटीबीपी के जवानों द्वारा बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी दी गई।

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