प्रकृति में संतुलन व मानव जीवन में सुख समृद्धि का प्रतीक हैं हरेला पर्व: डाॅ विजय सैनी, अरोमा काॅलेज में हरेला पर्व पर किया गया पौधारोपण
रुड़की । हरेला पर्व पर अरोमा कॉलेज रूड़की में पौधारोपण किया गया। इस दौरान चैयरमेन डाॅ विजय सैनी ने उत्तराखंड का लोकपर्व हरेला पूरे विश्व को प्रकृति के प्रति मानव प्रेम की प्रेरणा देता है। पर्यावरण को संरक्षित रखना हम सभी का दायित्व है। हरेला पर्व पर हम अपनी खुशियों और उत्सवों के स्मृति स्वरुप एक पौंधा लगाकर उसके संरक्षण का संकल्प लें। ताकि धरती में हरियाली के साथ ही पर्यावरण संतुलन बना रहे। कहा कि प्रकृति का संतुलन बनाए रखना, मानव जीवन को सुख, समृद्ध और संतुलित बनाए रखने के लिए पौधारोपण का विशेष महत्व है। वनों से हमें अनेक प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष लाभ मिलते हैं। अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियां मिलती हैं। जिनका प्रयोग औषधियां बनाने में किया जाता है। भारत में लगभग 35 लाख लोग वनों पर आधारित उद्योगों में कार्य कर आजीविका चलाते हैं। हरेला पर्व पर फलदार व कृषि उपयोगी पौधा रोपण की परंपरा है। हरेला केवल अच्छी फसल उत्पादन ही नहीं वरन ऋतुओं के प्रतीक के रूप में भी मनाया जाता है। इस मौके पर मंजू लता शर्मा हेड ऑफ बी0एड0, डा0 योगेन्द्र प्रताप सिंह, डा0 स्नेहा सिंह, ड़ा० मोनू कुमार, सहायक आचार्य राजीव सक्करवाल, श्रीमती पूजा सैनी, सेठी कुमार, सिद्धार्थ शिवम सैनी, राहुल सैनी, सौरभ सिंह, अरूण कुमार आदि मौजूद रहे।
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