तानाशाह रवैया अपना रही है उत्तम चीनी मिल लिबरहेड़ी, लिब्बरहेड़ी सहकारी गन्ना विकास समिति की अध्यक्ष रेनू रानी ने कहा गन्ना का भुगतान न होने से किसान परेशान

रुड़की । लिब्बरहेड़ी सहकारी गन्ना विकास समिति की अध्यक्ष रेनू रानी ने आज समिति में अपने कार्यलय में एक प्रेस वार्ता का आयोजन किया। जिसमें उन्होने उत्तम चीनी मिल लिबरहेड़ी पर तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की हर समस्या के लिए वह एवं उनकी पूरी प्रबंध समिति गम्भीर है, चीनी मिल द्वारा मात्र 26 दिन का ही गन्ने का भुगतान किया है, जबकि चीनी मिल को चलते हुए तीन माह से अधिक का समय हो गया है। रेनू रानी ने कहा कि चीनी मिल शीघ दिनांक 10.02.2020 तक का गन्ने का भुगतान करना सुनिश्चित करे, एवं किसानों को गन्ने की खरीद बढ़ाने की मांग मिल प्रबंधन से की उन्होने बताया कि अभी तक किसानो का 50 प्रतिशत गन्ना भी चीनी मिल में नहीं गया है। जिससे किसान बेहद परेशान है, उन्होने चीनी मिल पर समिति एवं किसानों को गुमराह करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मिल द्वारा लगातार गन्ना भुगतान को लेकर वादा खिलाफी की जा रही है, तथा उनकी और से गन्ना भुगतान के जो चैक समिति को दिये जा रहे है, यह बाउस हो रहे है, जो कि सरासर धोखाधड़ी है चीनी मिल की तानाशाही कतई बर्दाशत नही की जायेगी, मिल के इस रवैये में गन्ना विभाग एवं समिति के सचिव की भी संदिग्धता प्रतित होती है इस संबंध में गन्ना एवं चीनी आयुक्त को शिकायत भेजी गई है उत्तम चीनी मिल, लिबरहेडी का वर्ष 2019-20 पेराई सत्र दिनांक 10.11.2019 को प्रारम्भ हो गया था, परन्तु किसानो के गन्ने का भुगतान आज दिनांक तक मात्र 05.12.2019 (16 दिन) तक का ही मिल द्वारा किया गया है जो कि टैगिंग आदेशो का उल्लंघन है। इसके अतिरिक्त प्रबंध समिति द्वारा किसानों की समस्याओं से संबंधित जो पत्र चीनी मिल को भेजे जा रहे है, उनपर भी चीनी मिल द्वारा कोई संज्ञान नही लिया जा रहा है तथा समिति क्षेत्र के किसानो की गन्ने की खरीद कम होने के कारण किसान आक्रोशित हैं, किसानों को किसी भी प्रकार की कोई सुविधा मिल द्वारा उपलब्ध नही कराई जा रही है दिनाक 24.02 2020 को एक समाचार पत्र में प्रकाशित एक खबर पढी, जिसमें उत्तम चीनी मिल, लिबरहेड़ी के उपमहाप्रबंधक अनिल कुमार द्वारा कहा गया है कि किसानों का गन्ने के 13 दिन के भुगतान का चैक समिति को भेज दिया गया है, जिसे पढ़ने के बाद मेरे द्वारा सचिव से बात की गई तो उन्होनें किसी भी प्रकार का चैक प्राप्त नही होने की जानकारी दी। इस पर मेरे द्वारा सचिव को मिल प्रबंधन से उक्त विषय पर वार्ता करने को कहा गया कि मिल प्रबंधन से पूछा जाये कि झूठी खबरें फैलाकर कर किसानों को भ्रमित क्यों किया जा रहा है, सचिव द्वारा मिल प्रबंधन से वार्ता कर बताया कि उन्होंने बताया कि मिल प्रबंधन ने आज (24.02.2020) को चैक देने के लिए कहा है परन्तु बैंक खाते में प्र्याप्त धनराशि नही होने के कारण चैक को दिनांक 25.02.2020 को बैंक में प्रस्तुत किया जाये। दिनांक 24.02.2020 को साय चीनी मिल द्वारा समिति को 7925413900 सात करोड़ बानवे लाख चौवन हजार एक सौ उन्तालीस) रूपये की धनराशि के चार चैक (1,22,19,355,00, 1,25,00,000.00, 3,00,00,000.00 एवं 2453478400 समिति को प्राप्त हुए, जिन्हें दिनांक 25.02 2020 को बैंक में प्रस्तुत किया गया, सभी चैक मिल के खातो में प्राप्ति धनराशि नही होने के कारण बाउस हो गये. जो कि समिति एवं किसानों के प्रति धोखा धड़ी है। चीनी मिल द्वारा किसानों को लगातार धोखा दिया जा रहा है, किसान अपनी जिविका चलाने में असमर्थ है तथा अत्यधिक आक्रोशित है उत्तम चीनी मिल द्वारा तानाशाही पूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है, जिसमें गन्ना विभाग एवं समिति के सचिव की भी संदिग्धता प्रतीत होती है। श्रीमती रेनू रानी ने कहा कि समिति की और से किसी भी अधिकारिक व्यान जारी करने का अधिकार केवल समिति के संचालक एवं उनके प्रतिनिधि सुशील राठी के अलावा किसी और को नही होगी अर्थात् समिति से संबंधित जो भी व्यान मीडिया को लेना होगा वह केवल सुनील राठी से ही लेगा तथा सुशील राठी के अलावा समिति की ओर से दिया गया किसी भी अधिकारी या कर्मचारी का व्यान मान्य नहीं होगा। प्रेस वार्ता में जिला सहकारी बैंक समिति के संचालक तथा चेयरमैन प्रतिनिधि सुशील राठी,संचालक अनिल कुमार समिति के सचिव जय सिंह आदि उपस्थित रहें।

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