बगलामुखी महायज्ञ कल्पवृक्ष है जो मानव की हर सात्विक मनोकामना पूर्ण करने में सक्षम है: अच्युतानंद, सनातन धर्म की रक्षा के लिए किया माँ बगलामुखी महायज्ञ

हरिद्वार । भूमा निकेतन की यज्ञशाला में सनातन धर्म औऱ सनातन धर्म के मानने वालो की रक्षा के और सनातन धर्म के शत्रुओं के समूल विनाश के लिये चल रहा 11 दिवसीय माँ बगलामुखी महायज्ञ आज साढ़े पाँच लाख आहुतियो के साथ पूर्ण हो गया।यह महायज्ञ जगदम्बा महाकाली डासना वाली के परिवार ने श्री ब्राह्मण महासभा,त्यागी समाज कल्याण समिति,रुक्मणी कृष्ण सेवा समिति तथा अन्य संस्थाओं के साथ मिलकर किया। महायज्ञ की पूर्णाहुति पर अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानन्द सरस्वती जी ने भूमापीठाधीश्वर स्वामी अच्युतानन्द तीर्थ महाराज और समस्त भूमा परिवार,श्री ब्राह्मण महासभा,त्यागी समाज कल्याण समिति,रुक्मणी कृष्ण सेवा समिति तथा अन्य सभी कार्यकर्ताओं उनके अमूल्य सहयोग के लिये बहुत बहुत साधुवाद और धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर स्वामी अच्युतानंन्द तीर्थ जी महाराज ने कहा की बगलामुखी महायज्ञ वास्तव में मानव के लिये कल्प वृक्ष के समान है जो मानव की हर सात्विक मनोकामना पूर्ण करने में सक्षम है। संकट के इस समय हर सनातन के मानने वाले को माँ बगलामुखी की शरण मे आना चाहिए।वैसे भी सनातन धर्म का यज्ञ सबसे प्रमुख धार्मिक कर्तव्य है।वेद और पुराण दोनों तरह की सनातन धार्मिक पद्धति में यज्ञ की महिमा का वर्णन है।भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं अपने श्रीमुख से यज्ञ,दान और तप को किसी भी मनुष्य के लिये अनिवार्य घोषित किया है।ऐसे में प्रत्येक मानव का कर्तव्य है की वह प्रकृति और पर्यावरण के संतुलन और मानव की रक्षा के लिये यज्ञ करे।यहाँ तक की आर्य समाज भी यज्ञ के महत्व को मानता है। पंडित अधीर कौशिक ने कहा भारतवर्ष मे वेदिक काल मे प्रत्येक घर व मंदिर और आश्रम मे यज्ञ प्रति दिन होता था और पुरे देश मे सुख शांति व वैभव था। यज्ञों के कारण ही प्राकृतिक संतुलन बना रहता है। इस देश पर जब इस्लामिक आक्रान्ताओं ने आक्रमण किया तो उन्होने हमारे आश्रमो व यज्ञ शालों को तोड़ दिया। इस्लामिक शासनकाल मे हमारे सभी धार्मिक आयोजनों व यज्ञों पर जजिया कर लगाया जाता था यदि कोई हिन्दू बिना कर दिया यज्ञ कर लेता था तो उसकी यज्ञशाला को तोड़ दिया जाता था और यातनाएं देकर हिन्दू समाज मे इस्लामिक शासन का भय बैठाया जाता था। यदि दोबारा इस्लामिक शासन आया तो देश में कुम्भ मेले लगाने भी मुश्किल हो जायेंगे। हम सभी ने यज्ञ के माध्यम से मां बगलामुखी से प्रार्थना की है हम सभी हिन्दूओ को सदबुद्धि प्रदान करे। ताकि पुरे देश से हम इस्लामिक आतंकवाद को समाप्त कर सकें। पूर्ण आहुति के समय हिन्दू स्वाभिमान के राष्ट्रीय कार्यवाहक अध्यक्ष बाबा परमेन्द्र आर्य, पण्डित सनोज शास्त्री, यति सत्यदेवानंद सरस्वती, यति रामस्वरूपानंद सरस्वती, यति सेवानंद सरस्वती , रुद्रानन्द सरस्वती ,डॉ गजेंद्र त्यागी, तरुण त्यागी, मुकेश त्यागी,बॉबी त्यागी, पण्डित पवन कृष्ण शास्त्री, बृजमोहन सिंह,बलदेव चन्द्र भट्ट, आशु रस्तोगी,रेणु त्यागी,मधु नौटियाल,हेमा रावत, सोनिया आदि मौजूद रहे ।

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