पुलिस ने पचास हजार के ईनामी बदमाश को दबोचा, हत्या के मामले में फरार चल रहा आरोपी पर दिल्ली पुलिस ने घोषित था ईनाम, पिस्टल व 15 कारतूस बरामद

हरिद्वार । रानीपुर कोतवाली पुलिस ने पचास हजार के ईनामी बदमाश को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से 9 एमएम ऑटोमेटिक पिस्टल व 15 कारतूस बरामद हुए हैं। हत्या के मामले में फरार चल रहे आरोपी के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने पचास हजार का ईनाम घोषित किया हुआ है। गिरफ्तारी से बचने के लिए आरोपी हरिद्वार में छिपकर रह रहा था। मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने रानीपुर झाल की तरफ से आने वाले कच्चे रास्ते से टिहरी विस्थापित रपटे के पास स्कूटी पर आ रहे बदमाश को दबोच लिया।एसएसपी सेंथिल अबुदई कृष्णराज एस.ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पूछताछ में आरोपी ने अपना नाम अब्बास उर्फ कासिम उर्फ राजू बेचैन उर्फ अनवर हुसैन निवासी मकान नम्बर क्यू-25 गली न.18 ब्रहमपुरी 53 थाना उस्मानपुर नई दिल्ली बताया। दिल्ली के कुख्यात गैंगस्टर व सट्टा किंग कलुवा सूफी की हत्या करने के बाद से फरार चल रहे अब्बास पर दिल्ली पुलिस ने उस पर पचास हजार का ईनाम घोषित किया हुआ था। 2019 में गैंगस्टर व सट्टा किंग कलुआ सूफी की हत्या कर चर्चा में आए मूलरूप से उ.प्र. के बुलंदशहर जनपद के ग्राम सकानी के रहने वाला अब्बास उर्फ राजू बेचैन की कहानी पूरी तरह फिल्मी है। पुलिस से पूछताछ में उसने बताया कि उसके पिता दिल्ली स्थित निवास पर दुकान चलाते थे। इलाके में राकेश नाम का एक बदमाश दुकानदारों से हफ्ता वसूल करता था। एक दिन पिता के बाहर जाने पर दुकान पर वह खुद बैठा हुआ था। हफ्ता वसूली करने आए बदमाश को उसने पैसे देने से मना कर दिया। जिस पर बदमाश ने गुस्से में आकर सबके सामने उसकी बहुत बेइज्जती कर दी।बदमाश के अपमानित किए जाने पर अब्बास ने मन में उसकी हत्या करने की ठान ली। इसके बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर राकेश की उसके घर के पास ही गोली मारकर हत्या कर दी। लेकिन नाबालिग होने के चलते वह जमानत पर छूट गया। जेल से बाहर आने के बाद बदमाशों की संगत में आकर वह दिल्ली में लूट, चोरी, हत्या जैसी वारदातों को अंजाम देने लगा। इसी बीच उसने अपना गैंग भी तैयार कर लिया। इसी दौरान अपने पैतृक गांव गए अब्बास पर कलुवा सूफी नाम के सटोरिए व बदमाश ने सट्टे के पैसों के लेने देन को लेकर विवाद में हमला करा दिया। तभी से अब्बास कलुवा सूफी की हत्या करने की फिराक में लग गया। इसी दौरान उसका संपर्क कलुवा सूफी के दुश्मन सरफराज उर्फ बिल्ली से हुआ। सरफराज ने उसे 10 लाख में कलुवा सूफी हत्या करने की सुपारी दी और हथियार उपलब्ध कराए। सितम्बर 2019 में अब्बास ने दिन दहाड़े कलुवा सूफी को गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। हत्या करने के बाद पुलिस से बचने के लिए वह गोवा चला गया। इसके बाद वह हरिद्वार आ गया और ठेली पर सामान बेचने लगा। वर्तमान में वह ब्रह्मपुरी रावली महदूद में गारमेन्टस की दुकान चला रहा था। पुलिस टीम में- कोतवाली प्रभारी कुन्दन सिंह राणा, एसआई विकास रावत, एसआई प्रवीन रावत, हे.कां. सीआईयू सुन्दर लाल, कां.वसीम, का.सोहन राणा, का.प्रीतम तोमर, का.चन्दन सिंह चौहान, का.आफताब आलम, हे.का.दलवीर सिंह भण्डारी, महिला कांस्टेबल नेहा डुकलान आदि शामिल रहे। इस दौरान एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय, एएसपी डा.विशाखा अशोक भदाणे, एसपी क्राईम, आदि मौजूद रहे।

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