हरिद्वार । हरिद्वार में इस्लाम के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला आने के बाद हरिद्वार पुलिस का सख्त एक्शन देखने को मिला। मुस्लिम फंड प्रकरण में मुख्य आरोपी सहित तीन आरोपियों को पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। मुस्लिम फंड के नाम पर करोड़ों की ठगी में मुख्य आरोपी अब्दुल रज्जाक पुत्र सरफू नि0 ग्राम सराय थाना ज्वालापुर हरिद्वार, सहित नसीम उर्फ मुन्ना पुत्र जिन्दे हसन नि0 ग्राम सराय थाना ज्वालापुर हरिद्वार, और मशरूर पुत्र इरसाद अली नि0 ग्राम सराय थाना ज्वालापुर हरिद्वार को गिरफ्तार किया गया है। बाकी आरोपी पुलिस की रडार पर हैं। मुस्लिम फंड के नाम पर करोड़ों की ठगी करने के लिए लोगों को लुभावने ऑफर दिए जाते थे। जांच में खुलासा हुआ है कि साथियों के लुभावने ऑफर में संचालक फंस गया था। मुस्लिम फंड का प्लॉट दो करोड़ के घाटे में बेचने का मामला सामने आया है। ले धन को सफेद करने की डील में 20 करोड़ का फायदा होता देख मुस्लिम फंड के खाते से डेढ़ करोड़ रुपये निकाले गए थे। हरिद्वार पुलिस की हिरासत में आए आरोपियों के कई काले कारनामे शामिल थे। ठगी के लिए आरोपी लोगों को आसानी से भरोसा जीत जाते थे। पुलिस जांच में खुलासा हुआ है कि आरोपी काले धन को सफेद करने और पुराने नोटों को बदलने के ऑफर भी लोगों को देते थे। करोड़ों की ठगी मामले में सख्त कार्रवाई करते हुए पुलिस ने मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है।
शिकायत मिलने के साथ ही मुख्य अभियुक्त एवं संदिग्ध सहयोगियों के 23 बैंक खाते फ्रीज किए गए थे। मामले की पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है। आरोपियों द्वारा चल-अचल सम्पत्ति का विवरण भी जुटाया जा रहा है। पुलिस सूत्रों की मानें तो मुख्य आरोपी अब्दुल रज्जाक बहुत ही शातिर था। मुस्लिम समुदाय में ब्याज का पैसा हराम वाली मान्यता का इसने भरपूर फायदा उठाया। मान्यता के अनुसार, मुस्लिम समुदाय के लोग अपना पैसा बैंकों में जमा करवाने से कतराते हैं। इस बात का फायदा उठाते हुए मुख्य आरोपी ने अब्दुल रज्जाक ने ‘मुस्लिम फंड’ के नाम पर अपने यहां करोड़ों रुपये जमा करवाए थे। इसकी संस्था में बैंकों की तरह ही लेन-देन किया जाता था।
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