देहरादून । उत्तराखंड में विधानसभा चुनाव शुरू होते ही राजनीतिक गहमा गहमी तेज हो गई। इस बीच सूत्रों के हवाले से खबर आ रही है कि लैंसडौन से बीजेपी विधायक दिलीप रावत गुरुवार को दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि विधायक दिलीप रावत बीजेपी से खासे नाराज हैं। चर्चा है कि पार्टी दिलीप रावत को कोटद्वार से चुनाव लड़ने के लिए कह रही है, क्योंकि लैंसडौन सीट से मंत्री हरक सिंह रावत अपनी बहू को या फिर खुद चुनाव लड़ाना चाहते हैं। पार्टी एक ओर जहां बुधवार को पूर्व विधायकों, जिलाध्यक्षों, पूर्व जिलाध्यक्षों से राय शुमारी कर रही थी, वहीं दिलीप रावत समेत चार विधायक दिल्ली में डेरा डाले हुए थे। माना जा रहा है कि ये सभी विधायक टिकट काटने की आशंका से नाराज चल रहे हैं। शाम को दिल्ली से देहरादून लौटे विधायक दिलीप रावत का कहना था कि पार्टी को मूल कार्यकर्तओं का ध्यान रखना चाहिए। पार्टी में बाहर से आए कुछ लोग अस्थिरता पैदा करना चाहते हैं। बुधवार को उन्होंने कांग्रेस के बड़े नेताओं से मुलाकात भी की है। हरीश रावत से भी उनकी मुलाकात हुई है। ऐसे में कांग्रेस के पास लैंसडाउन से लड़ने के लिए एक मजबूत चेहरा दिलीप रावत के रूप में मिल जाएगा। बता दें कि विधानसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में गुटबाजी सतह पर आ गई थी। भाजपा विधायक दिलीप रावत ने पिछले तीन दिनों में अपनी ही सरकार के वन एवं ऊर्जा मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत के खिलाफ दूसरी बार लेटर बम फोड़कर पार्टी में हलचल मचा दी थी। लैंसडौन विधायक दिलीप रावत ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को गत 28 दिसंबर को पत्र भेजकर वन विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार की उच्च स्तरीय जांच कराने की मांग उठाई थी।
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