रूड़की । श्री भवानी शंकर आश्रम रूडकी में शिव महापुराण कथा, रुद्राभिषेक और दैनिक यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। आज शिव महापुराण कथा के छठवें दिवस पर श्री श्री 1008 महा मंडलेश्वर स्वामी हेमानंद सरस्वती जी ने भगवान शिव के विभिन्न अवतारों की कथा का गुणगान किया। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार भागवत में भगवान के 24 अवतारों का वर्णन है उसकी प्रकार बाबा विश्वनाथ ने भक्तों के पुकाने पर उसी रूप में अवतरित होकर भक्तों का कल्याण किया आैर भक्तों के मनाेरथ को पूर्ण किया। उन्होंने बताया कि भगवान जब अपने भक्तों को संकट में देखते हैं तो भगवान किसी और को न भेजकर स्वयं इस धरती पर अवतरित होकर भक्तों के संकट दूर करते हैं। उन्होंने बताया कि मनुष्य का इस धरती पर जन्म होता जबकि भगवान का अवतार होता है। भगवान जब भी अपने भक्तों को संकट में देखते हैं तो अलग-अलग रूपों में इस धरती पर अवतार लेते हैं। भगवान अपने भक्तों को कभी असहाय नहीं छोड़ते हैं। बता दें कि श्री भवानी शंकर आश्रम रूडकी में शिव महापुराण कथा, रुद्राभिषेक और दैनिक यज्ञ का आयोजन 21 नवंबर से 27 नवंबर कर किया जा रहा है। यह आयोजन श्री महंत रीमा गिरी जी और श्री महंत त्रिवेणी गिरी जी के पर्यवेक्षण में हो रहा है। विशेष सानिध्य साध्वी डॉ निर्मला गिरी जी और श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी मैत्रेयि गिरी जी महाराज का रहेगा।
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