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हरिद्वार: नौकरी दिलाने का झांसा देकर रकम ठगने वाले हाईप्रोफाइल गैंग का भंड़ाफोड़, कांग्रेसी नेत्री व उसके भाई समेत 4 गिरफ्तार

हरिद्वार । लोकसेवा आयोग एवं उत्तराखंड अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तहत कई विभागों में नौकरी दिलाने का झांसा देकर रकम ठगने वाले एक हाईप्रोफाइल गैंग का पटाक्षेप करते हुए हरिद्वार पुलिस ने एक कांग्रेसी नेत्री, उसके सगे भाई और दो सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गैंग सरगना कांग्रेस नेत्री का बड़ा भाई हत्थे नहीं चढ़ सका। आरोपियों के कब्जे से कई विभागों के फर्जी नियुक्ति पत्र, मुहरें समेत अन्य सामान बरामद हुआ है। फरार गैंग सरगना की तलाश में पुलिस टीमें दबिश दे रही हैं। गुरुवार को रोशनाबाद में पुलिस कार्यालय में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने मामले का खुलासा किया। एसएसपी ने बताया कि लक्सर क्षेत्र में सक्रिय एक गैंग के कई बेरोजगारों को विभिन्न सरकारी विभागों में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की रकम ऐंठने मामला सामने आया था। सामने आया था कि गैंग ने शहर के नामी होटलों में इंटरव्यू के लिए बेरोजगारों को बुलाया है, जिसके बाद उन्हें लोक सेवा आयोग तथा अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के फर्जी नियुक्ति पत्र थमा दिए जाते थे। चिकित्सा, शिक्षा एवं सिंचाई विभाग में लिपिक, सहायक कंप्यूटर ऑपरेटर समेत छोटे पदों पर नियुक्ति के लिए पांच से लेकर दस लाख की रकम ले ली जाती थी, जिसके बाद आरोपी फरार हो जाते थे। आरोपी दावा करते थे कि 10 प्रतिशत विभागीय कोटे के तहत उन्हें नौकरी मिल रही है। एसएसपी ने बताया कि कोई शक न करें इसलिए नामी होटलों में बेरोजगारों को इंटरव्यू के लिए बुलाया जाता था। बकौल एसएसपी गैंग का सरगना अजय नौटियाल पुत्र मीर सिंह निवासी गांव टिक्कमपुर लक्सर है, जिसकी गिरफ्तारी नहीं हो सकी है। गैंग में शामिल उसके भाई विजय नौटियाल, बहन रेणू नौटियाल, सदस्य नितिन पुत्र चमन निवासी गांव टिक्कमपुर लक्सर और सिद्धार्थ पुत्र नवबहार निवासी धारीवाला पथरी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों के कब्जे से लोक सेवा आयोग उत्तराखण्ड एवं अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के तहत कई विभागों से सम्बन्धित नौकरियों के फर्जी नियुक्ति पत्र, फर्जी शैक्षिक अंकतालिकायें, इलेक्ट्रोनिक सामान, नब्बे हजार की रकम, विभिन्न विभागों के पदनाम की मोहरें, घटना में इस्तेमाल किए जाने वाले कई मोबाइल फोन, एक दर्जन से अधिक बैंक पासबुक, चेक बुक, एक कार रौब गालिब करने के लिए गार्ड की फर्जी वर्दी बरामद हुई। बताया कि नितिन और सिद्धार्थ ड्राइवर भी बन जाते थे और यदि कोई अभ्यर्थी नौकरी न मिलने पर पुलिस में शिकायत की बात कहता था तब वे उसे बहला फुसलाते थे। इस दौरान एसपी देहात एसके सिंह, सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल मौजूद रहीं।

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