रुड़की। माता मनकमेश्वरी दुर्गा देवी मंदिर में माता शाकुम्भरी देवी प्राकट्य दिवस पर पूजा-अर्चना की गई। माता की प्रतिमा व मंदिर को साग- सब्जियों व गुब्बारों इत्यादि से हरा भरा कर माता शाकुम्भरी के जन्मोत्सव को धूमधाम से मनाया। जन्मोत्सव अवसर पर छोटी-छोटी कन्याओं ने ड्राई फ्रूट्स व मावे युक्त बने केक को काटकर जन्मोत्सव मनाया गया। आचार्य आदर्श भारद्वाज ने मां शाकुम्भरी देवी के जन्मोत्सव की कथा सुनाई। इस दिन माता शाकुम्भरी की प्रतिमा पर साग-सब्जियों को चढ़ाने का महात्म्य भी बताया। नवीन जैन ने कहा कि माता शाकुम्भरी आदि शक्ति जगदम्बा का स्वरूप हैं। उत्तर भारत में पर्वतीय क्षेत्र की तलहटी में माता सती के सिर गिरने पर प्रकट हुआ था। इस अवसर पर अनुज कुमार जैन, ईशा जैन, अंतरिक्ष जैन, रक्षक जैन, रेखा जैन, अलका जैन,दीपा जैन, अदिति जैन, पूजा जैन, यश जैन, क्रिस जैन, नैना, वर्णिका, सांची जैन, शिवम, शिल्पी शर्मा, माया रानी गुप्ता, रीटा, हिना, ऋतु वर्मा, सुरेश गुप्ता, रामकुमार, मेहर चन्द, सोनू वर्मा, रजनी कौशिक, सुधीर शर्मा, उषा मित्तल, कृष्णदत धीमान, नरेश कुमार प्रियांशु आदि मौजूद रहे।
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