ज्वालापुर ब्रांच के निरंकारी भक्तों द्वारा निकाली गई रक्तदान जागरूकता रैली, कहा रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं
हरिद्वार । आज संत निरंकारी मिशन ज्वालापुर ब्रांच द्वारा कल होने जा रहे रक्तदान शिविर को लेकर जागरूकता रैली बहादराबाद स्थित निरंकारी भवन से रावली महदूद और ब्रह्मपुरी क्षेत्र में चलाई गई। जिसमे लोगो को रक्तदान महादान के लिये जागरूक किया गया और नुक्कड़ नाटिका के द्वारा भी जन जन को रक्तदान के लिए प्रेरित किया गया। युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी की स्मृति में उनकी शिक्षाओं से निरंतर प्रेरणा लेते हुए संत निरंकारी मिशन द्वारा प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी ‘मानव एकता दिवस के अवसर पर संपूर्ण विश्व में रक्तदान शिविरों का आयोजन किया जायेगा।ज्वालापुर ब्रांच के संयोजक मंगतराम जखमोला ने बताया कि हरिद्वार में सन्त निरंकारी मिशन ज्वालापुर ब्रांच द्वारा मानव एकता दिवस पर रक्तदान शिविर का आयोजन कल दिनांक 24 अप्रैल 2022 प्रातः 9 बजे से दोपहर 2 बजे बहादराबाद निरंकारी भवन पर किया जाएगा। इस शिविर में मिशन के श्रद्धालुओं द्वारा पूरे उत्साह के साथ बढ़ चढ़कर रक्तदान करेंगे।इन शिविर का आयोजन संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन (संत निरंकारी मिशन की सामाजिक शाखा) के तत्वधान में किया जायेगा। कोविड 19 के निर्देशों को ध्यान में रखते हुए ही रक्तदान शिविर का आयोजन होगा।युगप्रवर्तक बाबा गुरबचन सिंह जी सदैव ही समाज कल्याण के लिए निरंतर प्रयासरत रहे। उन्होंने एक ओर जहाँ सत्य के बोध द्वारा मानव जीवन को सभी प्रकार के भ्रमों से मुक्त किया, वहीं दूसरी ओर नशाबंदी एवं सादा शादियाँ जैसे समाज सुधारों की भी नींव रखी। उन्होनें मिशन के सन्देश को केवल भारतवर्ष में ही नहीं अपितु विदेशों में भी पहुंचाया; जिसके परिणामस्वरूप आज विश्वभर के 60 से भी अधिक देशों में मिशन की सैंकड़ों ब्राँचे स्थापित हो चुकी हैं जो सत्य, प्रेम एवं मानवता का संदेश जन-जन तक पहुँचा रही हैं। बाबा गुरबचन सिंह जी ने युवाओं की ऊर्जा को नया आयाम देने के लिए उन्हें सदैव ही खेलों के लिए भी प्रेरित किया ताकि उनकी ऊर्जा को उपयुक्त दिशा मिले जिससे देश एवं समाज का सुंदर निर्माण हो सकें। मिशन के भक्तों के लिए रक्तदान पहले से ही जनकल्याण की सेवा भाव में एक अभिन्न अंग रहा है। युगदृष्टा बाबा हरदेव सिंह जी के कथन ‘रक्त नालियों में नहीं, नाड़ियों में बहे’ इस सन्देश को मिशन के अनुयायियों ने निश्चित रूप में चरितार्थ किया है और जिसे वर्तमान में सत्गुरू माता सुदीक्षा जी महाराज के निर्देशानुसार निरंतर आगे बढ़ाया जा रहा है। इस विशाल रक्तदान शिविर में रक्तदाताओं के लिए अल्प आहार एवं पेयजल की भी उचित व्यवस्था की जायेगी ।