जिला सहकारी बैंक ने किसानों के लिए खोला खजाना, चालू वित्त वर्ष में चार सौ करोड़ का ऋण वितरण करने की योजना
रुड़की । जिला सहकारी बैंक हरिद्वार ने किसानों के लिए खजाना खोल दिया है और वर्ष 2023- 24 में 400 करोड रुपये से अधिक का ऋण वितरित करने की योजना तैयार की है। बीते वर्ष में जिला सहकारी बैंक हरिद्वार के द्वारा किसानों को 218 करोड़ 39 लाख रुपए अल्पकालीन तथा दस करोड़ 27 लाख का मध्यकालीन ऋण वितरित किया गया है। दीनदयाल उपाध्याय सहकारिता कल्याण योजना के अंतर्गत बीते वर्ष में बैंक द्वारा 0% ब्याज पर ₹62 करोड़ 21 लाख व 6 करोड़ 3600000 मध्यकालीन व्यक्तिगत ऋण तथा ₹42000 स्वयं सहायता समूह को बतौर ऋण दिया गया। बीते वित्त वर्ष में बैंक के निपेक्ष में गत वर्ष की तुलना में ₹67 करोड़ 54 लाख की वृद्धि हुई है। विशेष बात यह रही है कि बैंक द्वारा बीते वर्ष में ₹64 करोड़ 54 लाख एनपीए ऋणों के सापेक्ष 12 करोड़ दो लाख की वसूली की गई है। वही वर्ष 2022-23 बैंक ने 582.27 लाख रुपये सकल लाभ अर्जित किया जो गत वर्ष की तुलना में 285.42 लाख रुपये अधिक है। जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा कि बैंक स्टाफ और किसानों के सहयोग से लगातार तरक्की कर रहा है।
खेती-बाड़ी के विकास के लिए बैंक किसान को उसकी जरूरत के मुताबिक समय पर ऋण वितरित कर रहा है । उन्होंने कहा कि बैंक ने किसानों के लिए खजाना खोल रखा है। सहकारी समितियों के माध्यम से किसान को ऋण दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान को फसल तैयार करने में किसी भी तरह की कोई आर्थिक दिक्कत का सामना ना करना पड़े इसके लिए सहकारी समितियों ऋण संबंधी प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के लिए निर्देशित किया गया है। उन्होंने कहा कि बैंक का डिपॉजिट लगातार बढ़ रहा है । सहकारी समितियों के सदस्य की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है । पूर्व में किन्ही कारणों से जो सदस्य निष्क्रिय हो गए थे। उन्हें फिर से सक्रिय किया जा रहा है। बैंक की सभी शाखाओं में उपभोक्ताओं की संख्या लगातार बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि बैंक की ओर से एटीएम की सुविधा दी जा रही है। ग्रामीणों की सुविधा के अनुरूप सहकारी बैंक की शाखाओं का विस्तार किया जा रहा है। पिछले दिनों भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा सहकारिता विभाग के अंतर्गत चलाई जा रही जन कल्याणकारी योजनाओं को लेकर एमपी त्रिपाठी संयुक्त निर्देशक, जिला सहायक निबंधक राजेश चौहान एवं सचिव महाप्रबंधक राम यज्ञ तिवारी
की मौजूदगी में जनपद की समस्त सहकारी समितियों के प्रबन्ध निर्देशक व प्रबंधकों के साथ योजनाओं की समीक्षा बैठक की गई। जनपद की 6 सहकारी समितियों में जन सुविधा केंद्र व जन औषधि केंद्र खोले जाने के लिए प्रस्ताव पारित किया गया । जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा है कि जन सुविधा केंद्र और जन औषधि केंद्र खोले जाने से किसानों के साथ ही ग्रामीणों को भी काफी लाभ होगा। उन्होंने कहा कि जिला सहकारी बैंक और सभी शाखाओं में कार्य पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहे हैं। बैंक शाखाओं में जन सुविधाएं बढ़ाई जा रही है। स्पष्ट रूप से कहा गया है कि कोई किसी तरह की वित्त अनुशासनहीनता ने हो सहकारी समिति और बैंक शाखा पर पहुंचने वाले किसान व अन्य व्यक्ति की समस्या सुनकर उसका त्वरित निस्तारण किया जाए।कारी योजनाओं व कार्यक्रमों के प्रचार प्रसार के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। किसान व आम ग्रामीणों को जागरूक किया जा रहा है कि बैंक से अधिक से अधिक निर्णय लिया जाए पर ऋण समय से जमा कराने की भी व्यवस्था रखी जाए। क्योंकि सहकारी बैंक किसानों का बैंक है इसीलिए बैंक का पैसा समय से लौट आया जाना भी बहुत जरूरी है। जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने बताया कि खरीफ की फसलों की तैयारियों में जुटे किसान को सहकारिता विभाग की ओर से हर स्तर पर सहयोग किया जा रहा है। जल्द ही वह सभी सहकारी बैंक शाखाओं के साथ ही सहकारी समितियों का निरीक्षण करेंगे और वहां पर संबंधित क्षेत्र के किसानों से सीधे संवाद भी करेंगे।