हरिद्वार में प्रतिबंध की गई कांवड़ यात्रा पर नए सिरे से पुनर्विचार किया जाएगा, यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ से बात के बाद उत्तराखंड सरकार का यू-टर्न, यूपी में अभी तक प्रस्तावित कांवड़ यात्रा को लेकर कोई रोक नहीं, सबसे ज्यादा कांवड़िए यूपी के रास्ते ही आते हैं हरिद्वार

देहरादून । हरिद्वार में प्रतिबंध की गई कांवड़ यात्रा पर अब नए सिरे से पुनर्विचार किया जाएगा। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सीएम पुष्कर धामी के बीच हुई बात के बाद सरकार ने यू टर्न ले लिया है। मंगलवार पूर्वाह्न पुलिस मुख्यालय में डीजीपी अशोक कुमार की अध्यक्षता में कांवड़ यात्रा को लेकर सात राज्यों के पुलिस अफसरों की बैठक हुई, जिसमें यूपी व हिप्र के अफसरों ने प्रत्यक्ष जबकि अन्य राज्यों के अफसरों ने आनलाइन के जरिए बैठक में हिस्सा लिया। सरकार ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर 30 जून को कांवड़ यात्रा स्थगित रखने के आदेश किए थे। बैठक में इस आदेश को कड़ाई से लागू करने और संबंधित राज्यों से अपेक्षा की गई की वे कांवड़ यात्रा हत्तोसाहित करने के लिए प्रचार प्रसार करें। बैठक में यूपी, दिल्ली, हरियाणा, हिप्र, राजस्थान, चंडीगढ़ व इंटेलीजेंस ब्यूरो के अफसरों ने हिस्सा लिया। पहले बैठक में तय हुआ कि सरकार के आदेश के क्रम में कोई भी राज्य कांवडियों को हरिद्वार न आने दें। इसके लिए उत्तराखंड के सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा बल भी तैनात करने का निर्णय लिया गया। सूत्रों ने बताया कि दोपहर बाद यूपी के सीएम योगी की मुख्यमंत्री धामी से हुई बात हुई, इसके बाद यात्रा पर पुनर्विचार की बात कही गई। उधर, डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि अभी पूर्व आदेश के क्रम में तैयारियां की गई है और संबंधित राज्यों के अफसरों का वह्टएप ग्रुप भी बनाया गया, ताकि सभी में समन्वय बना रहे। बैठक का संचालन आईजी (इंटेलीजेंस) संजय गुंज्याल ने किया। हरिद्वार में इस बार कांवड़ यात्रा 23 जुलाई से छह अगस्त तक होनी थी। पिछले वर्ष भी कोरोना संक्रमण के चलते यात्रा प्रतिबंधित की गई थी, लेकिन इस दौरान छुट पुट संख्या में कांवड़िए आते रहे। वहीं, पुलिस रिकार्ड के अनुसार वर्ष 2019 में तीन करोड़ लोग कांवड़ लेने पहुंचे। कांवड़ यात्रा पुलिस के लिए चुनौती बन सकती है। राज्य में बाहर से ट्रेनें और बसों का संचालन नियमित रूप से है। ऐसे में यदि कांवड़िएं अपने निजी वाहनों के बजाय ट्रेन और बसों से आते हैं तो फिर पुलिस उन्हें कैसे रोक पाएगी।

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