सहकारी बैंक में कर्मचारियों की नियुक्ति में बरती जाएगी पूरी पारदर्शिता, नियुक्ति के नाम पर लेनदेन करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई: प्रदीप चौधरी

रुड़की । जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा है कि बैंक में पात्रों को ही नियुक्ति का अवसर मिलेगा। नियुक्ति प्रक्रिया में भ्रष्टाचार कतई नहीं चलने दिया जाएगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत की जीरो टॉलरेंस नीति के तहत ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी की जाएगी। यदि कहीं से कोई ऐसी सूचना मिली कि नियुक्ति के नाम पर कोई ठगी कर रहा है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई कराई जाएगी। जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष ने बताया है कि बैंक में कर्मचारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया शुरू हो गई है। बेरोजगारों से आवेदन मांगे गए हैं। बैंक में कुछ आवेदन पहुंचे भी है। नियुक्ति को लेकर बेरोजगारों में बड़ा उत्साह नजर आ रहा है। उन्होंने कहा है कि इस बार नियुक्ति प्रक्रिया में काफी कुछ बदलाव किया गया है। ऐसा इसलिए किया गया है ताकि पात्र लोगों को ही बैंक में कर्मचारी के रूप में नियुक्ति मिल सके। जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा है कि उनकी अध्यक्षता में जो कमेटी है वह आवेदन कर्ताओं का इंटरव्यू लेगी। उन्होंने कहा है कि पूर्व के वर्षों में कुछ गड़बड़िया चर्चा में रही लेकिन इस बार ऐसा कतई नहीं होगा। इस संबंध में बैंक अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वह नियुक्ति प्रक्रिया वह बड़ी ही पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ाएं। जिन आवेदनकर्ताओं को कहीं से फार्म नहीं मिल रहे हैं । उन्हें संबंधित शाखाओं के जरिए आवेदन उपलब्ध कराए जाएं। ताकि नियुक्ति प्रक्रिया में कोई किसी तरह का सवाल न खड़े हो। इसके लिए उन्होंने मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और सहकारिता मंत्री डॉ धन सिंह रावत के सुपरविजन में ही नियुक्ति प्रक्रिया पूरी कराने का निर्णय लिया है। नियुक्तियों में कोई किसी तरह का वाद नहीं चलेगा। कहीं किसी स्तर पर पैसा नहीं चलेगा। जो पात्र होगा उसे ही नियुक्ति मिलेगी। नियुक्तियों को पूरी तरह राजनीतिक हस्तक्षेप से दूर रखा गया है। स्वस्थ व स्वच्छ नियुक्ति प्रक्रिया बनी रहे इसके लिए जिला सहकारी बोर्ड का भी इस संबंध में कहीं किसी तरह का कोई हस्तक्षेप नहीं रहेगा। जिला सहकारी बैंक अध्यक्ष प्रदीप चौधरी ने कहा है कि सहकारी बैंक किसानों को रबी की बुवाई के लिए पर्याप्त ऋण दे रहा है। उन्होंने कहा कि सहकारी समितियों के माध्यम से किसानों को अधिक से अधिक ऋण वितरित किया जा रहा है । इसके लिए सभी समिति के सचिवों को भी निर्देशित किया गया है कि किसान को जितना ऋण चाहिए उसे उपलब्ध कराने में जरा भी आनाकानी ना बरती जाए। उन्होंने कहा कि ऋण वितरण में जो भी बैंक मैनेजर लापरवाही बरतेगा। उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इसी कारण पिछले दिनों कई बैंक शाखाओं के तबादले किए गए हैं। वैशाली बैंक शाखाओं व समितियों का जल्द निरीक्षण करेंगे।

पर हमसे जुड़ने के लिए यहाँ क्लिक  करे , साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार ) के अपडेट के लिए हमे पर फॉलो करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *