इन हरे पत्तों में छिपा है शुगर समेत कई बीमारियों का इलाज, जानिए कैसे करना है सेवन
गर्मियों का मौसम वैसे तो लोगों को कुछ खास पसंद नहीं आता लेकिन इस मौसम में आम खूब मिलता है, इस वजह से लोग इस मौसम का इंतजार करते हैं. रसीले आम जितने स्वादिष्ट होते हैं, उतने ही फायदेमंद भी होते हैं…लेकिन क्या आप जानते हैं कि सिर्फ आम ही नहीं इनके पत्ते भी फायदा पहुंचाते हैं.आम के पत्तों में शरीर के लिए कई जरूरी विटामिंस मौजूद होते हैं. जैसे विटामिन ए, विटामिन सी, विटामिन बी और फ्लेवोनॉयड और फिनोल जैसे एंटीऑक्सीडेंट भी पाए जाते हैं. आम के पत्तों के सेवन से आप कई बीमारियों को मात दे सकते हैं. आइए जानते हैं इससे कौन-कौन सी बीमारियों में लाभ मिल सकते हैं…
जानें कैसे बनाएं आम के पत्तों का पानी-
एक बर्तन में दो गिलास पानी डालें. इसे गैस पर चढ़ाएं, अब इसमें 2 से 4 आम के पत्ते डालें. इसे तब तक उबालें जब तक कि पानी आधा ना रह जाए. फिर इसे छान लें और ठंडा होने दें, इसमें शहद मिलाकर सेवन करें रोजाना सुबह इसका सेवन करने से फायदा मिलेगा
क्या हैं आम के पत्तों के फायदे-
1. पेट के अल्सर- आम के पत्ते पेट के अल्सर के इलाज में रामबाण साबित हो सकते हैं. इससे पेट के अल्सर के इलाज में काफी मदद मिलती है.
2. बीपी- बीपी कंट्रोल करने के लिए भी आप आम के पत्तों के पानी का सेवन कर सकते हैं.यह रक्त वाहिकाओं को मजबूत करने और वेरीकोस वेंस की समस्या के इलाज में भी मदद करती है.
3. डायबिटीज- डायबिटीज के रोगियों के लिए आम के पत्तों को उबालकर पीने से काफी राहत मिलती है. इनमें एंथोसाइनिडिन नामक टैनिन होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल में रखने में मदद करते हैं. आम के पत्तों को उबालकर पीने से डायबिटीज के लक्षणों से आराम मिल सकता है.
4. अस्थमा- आम के पत्तों को उबालकर पीने से अस्थमा या सांस से जुड़े रोगों में भी फायदा मिल सकता है. ये खांसी और गले के दर्द की समस्या में भी आराम दे सकता है.आम के पत्तों का काढ़ा बनाकर पीना फायदा पहुंचा सकता है
5. कैंसर- आम के पत्तों में कैंसर विरोधी गुण होते हैं. यह फ्री रेडिकल से होने वाले नुकसान को रोक सकते हैं जो कैंसर जैसी बीमारियों का मूल कारण होते हैं
6. बालों के लिए फायदेमंद- आम के पत्तों से बालों से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती है.इन पत्तियों में फ्लेवोनॉयड होते हैं, जो समय से पहले बालों को सफेद नहीं होने देते. साथ ही इनमें विटामिन ए और विटामिन सी होता है जो कॉलेजन के उत्पादन में मदद करता है.