श्रीकृष्ण भगवान हमें सिखाते हैं कि जीवन कर्म प्रधान है: वैभव अग्रवाल, प्राचीन शिव मंदिर (नंबरदार) मंदिर में धूमधाम से मनाई गई श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
भगवानपुर । प्राचीन शिव मंदिर (नंबरदार) मंदिर में हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी हर्षोल्लास के साथ श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया । इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जन्माष्टमी के अवसर पर रंगीन लाइटों व फूलों से मंदिरों की सजावट व राधा-कृष्ण के वेश में सजे छोटे बच्चे सभी को आकर्षित करते रहे। भाद्रपद कृष्ण पक्ष अष्टमी की आधी रात को रोहिणी नक्षत्र में जैसे ही नंदलाल का जन्म हुआ, वातावरण में आनंद घुल गया। नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की… जयकारे से मंदिर गुंजायमान हुआ। हर तरफ उल्लास छा गया। भगवानपुर भाजपा नगर मंडल महामंत्री वैभव अग्रवाल ने क्षेत्रवासियों को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन कर्म प्रधान है। अगर हम कर्मशील हों तो किसी भी देश काल या परिस्थिति में विजयी होते हैं। भागवद गीता में अर्जुन के सामने जब क्या करूं क्या न करूं की स्थिति थी तब श्रीकृष्ण ने ही उन्हें मार्ग दिखाया था। भगवान श्रीकृष्ण का जीवन हमें प्रतिकूल परिस्थितियों से लडऩा और जीतना सिखाता है।