मंगलौर में हुए विवाद के बाद पूरे दिन कांग्रेस ने किया हंगामा, उन्होंने भाजपा पर बूथ कैप्चरिंग और गुंडागर्दी का लगाया आरोप
रुड़की । मंगलौर के लिब्बरहेड़ी में वोट डालने को लेकर हुए विवाद के बाद कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भाजपा सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पहले एसपी कार्यालय में धरना- प्रदर्शन किया। इसके बाद वह मंगलौर पुलिस चौकी पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने भाजपा पर बूथ कैप्चरिंग और गुंडागर्दी का भी आरोप लगाया।आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए देर तक मौके पर डटे रहे। बुधवार दोपहर साढ़े बारह बजे के करीब लिब्बरहेड़ी में हुए विवाद के बाद पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा, सहारनपुर यूपी के सांसद इमरान मसूद, राजस्थान से राज्यसभा सांसद नीरज डांगी, चकराता विधायक प्रीतम सिंह, हल्द्वानी विधायक सुमित हृदेश, भगवानपुर विधायक ममता राकेश, जसपुर विधायक आदेश चौहान, ज्वालापुर विधायक रवि बहादुर, कलियर विधायक फुरकान अहमद, हरिद्वार ग्रामीण विधायक अनुपमा रावत, पूर्व लोकसभा प्रत्याशी विरेंद्र रावत आदि नेता एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह के कार्यालय पहुंच गए। यहां काफी देर तक इन्होंने प्रदर्शन किया। इस बीच एसपी क्राइम व एसपी ट्रैफिक पंकज गैरोला एसपी देहात कार्यालय पहुंचे। यहां कांग्रेस नेताओं से वार्ता की। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद भी कांग्रेस नेता नहीं माने और प्रदर्शन करते हुए मौके पर एसएसपी को बुलाने की मांग करते रहे। जब एसएसपी मौके पर नहीं पहुंचे तो कांग्रेस नेता मंगलौर पुलिस चौकी पहुंच गए। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने बूथ कैप्चरिंग कराई है। भाजपा ने गुंड़ागर्दी की शुरुआत कर दी है।