ज्योतिषाचार्य पंडित रजनीश शास्त्री: देवताओं के गुरु और शुभ ग्रह बृहस्पति का वृषभ राशि में गोचर, आइए जानते हैं आज के राशिफल के बारे में

 

मेष राशि

देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके दूसरे भाव में हुआ। आपके लिए देवगुरु बृहस्पति भाग्य स्थान और द्वादश स्थान के स्वामी हैं। आपके भाग्य का सहयोग आपको प्राप्त होगा। इसके अलावा आपकी पैतृक संपत्ति में बढ़ोतरी के योग आने वाले समय में बनेंगे। आप जहां नौकरी करते हैं वहां आपके मान सम्मान में वृद्धि होगी। उसके अलावा आपको प्रमोशन भी दिया जा सकता है। अगर आप नई नौकरी ढूंढ रहे हैं तो भी आपकी इच्छा पूरी हो सकती है।

वृषभ राशि

देवगुरु बृहस्पति का गोचर 01 मई से आपके पहले भाव में हुआ है। आपके लिए देवगुरु बृहस्पति अष्टम और लाभ स्थान के स्वामी हैं। देवगुरु बृहस्पति का गोचर वृषभ राशि के जातकों की सभी इच्छाओं को पूरा करने वाला होगा। लाभ प्राप्त करने के संकेत हैं। सुखद समाचार प्राप्त होंगे। आपके वैवाहिक जीवन में आपको अत्यधिक सुख और आनंद की प्राप्ति होगी। आपका भाग्य उत्तम रहेगा।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लोगों के लिए गुरु का गोचर 12वें भाव में हुआ है। मिथुन राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति सप्तम और दशम भाव के स्वामी हैं। देवगुरु बृहस्पति के इस गोचर से मिथुन राशि के जातकों को अपने कार्य स्थल पर कुछ कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। धन की कमी से भी आपको दिक्कत हो सकती है और खर्चों में वृद्धि हो जाएगी जिसके कारण आपको आने वाले समय में कुछ आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है।

कर्क राशि

देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके लाभ स्थान में होने जा रहा है। कर्क राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति छठे और नवम भाव के स्वामी हैं। देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपकी सभी इच्छाओं की पूर्ति करने वाला रहने वाला है। भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी। व्यापार में लाभ की प्राप्ति होगी। जो लोग काफी समय से आप संतान प्राप्ति की कोशिश कर रहे हैं तो बृहस्पति के इस गोचर के दौरान आपके घर में किसी नन्हे मेहमान का आगमन भी हो सकता है। देवगुरु बृहस्पति के प्रभाव से आपके वैवाहिक जीवन में भी सुख और आनंद की स्थिति बनी रहेगी।

सिंह राशि

01 मई से अगले साल तक बृहस्पति आपके दशम भाव में रहेंगे। सिंह राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति पंचम और अष्टम भाव के स्वामी हैं। इस गोचर से सिंह राशि के जातकों को अपने कार्यक्षेत्र में अच्छी सफलताएं प्राप्त होने के योग दिखाई पड़ रहे हैं। कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। इस राशि के लोग काफी समय से जिस संपत्ति को खरीदना चाहते हैं अब वह शुभ घड़ी आपके जीवन में आ सकती है।

कन्या राशि

आज से अब देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके भाग्य स्थान में होने जा रहा है। कन्या राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति चतुर्थ और सप्तम यानी कि दो केंद्र भाव के स्वामी हैं। देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर कन्या राशि के जातकों के जीवन में खुशियां और प्रसन्नता लेकर के आने वाला है। समाज में आपको अच्छा मान सम्मान प्राप्त होगा। यात्राओं से आपको अत्यधिक लाभ प्राप्त होगा। कन्या राशि के जातकों को बृहस्पति के गोचर के प्रभाव से शेयर मार्केट से भी अच्छी सफलताएं प्राप्त होने के योग दिखाई पड़ रहे हैं।

तुला राशि

देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके अष्टम भाव में हुआ है। तुला राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति तृतीय और छठे भाव के स्वामी हैं। आपको अपनी नौकरी में भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपने किसी को धन उधार दिया है तो उसे वापस लेने में आपको बहुत परेशानी आने वाली है। आपके गुप्त शत्रु आपकी छवि को नकारात्मक करने की पूरी कोशिश में लगे हुए हैं। किसी प्रकार का वाद विवाद भी उत्पन्न हो सकता है।

वृश्चिक राशि

देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके सप्तम भाव में हुआ है। वृश्चिक राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति द्वितीय और पंचम भाव के स्वामी हैं। देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर बहुत अच्छा रहने वाला है। जिन जातकों का काफी समय से विवाह नहीं हो रहा है ऐसे लोगों को राहत प्राप्त हो सकती है। आपका विवाह तय हो सकता है। आप अगर काफी समय से अपना कोई नया काम शुरू करना चाहते थे तो उसमें भी अब आपको सफलताएं प्राप्त होने के योग दिखाई पड़ रहे हैं। देवगुरु बृहस्पति की लग्न पर दृष्टि होने से आपके व्यक्तित्व में एक अलग ही प्रकार का निखार आ सकता है और आपको समाज में भी मान सम्मान प्राप्त होगा।

धनु राशि

अब बृहस्पति का गोचर आपकेमें होने जा रहा है। धनु राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति प्रथम और चतुर्थ भाव के स्वामी हैं। छठे भाव से व्यक्ति के रोग, ऋण और शत्रु का विचार किया जाता है। इस भाव में विराजमान बृहस्पति की दृष्टि आपके दशम द्वादश और द्वितीय भाव पर होगी। धनु राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति के गोचर के प्रभाव से कुछ कठिनाइयों के साथ सफलता प्राप्त होने के योग दिखाई पड़ रहे हैं। देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर आपको कुछ मानसिक कष्ट की अनुभूति भी प्रदान कर सकता है। इसके अलावा कार्य स्थल पर अपने सीनियर्स को खुश करने के लिए आपको अत्यधिक मेहनत करनी पड़ सकती है।

मकर राशि

आज से अब देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके पंचम स्थान में हुआ है। मकर राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति तृतीय और द्वादश भाव के स्वामी हैं। इस गोचर से आपके घर में किसी नन्हे मेहमान का आगमन हो सकता है। इसके अलावा जिन जातकों का विवाह नहीं हो रहा है उनके विवाह का प्रस्ताव आ सकता है। देवगुरु बृहस्पति के इस गोचर से आपका सपना पूरा हो सकता है। व्यवसाय में बहुत अच्छी वृद्धि देखने को मिल सकती है। आपके कार्यस्थल पर आपको कोई बड़ी जिम्मेदारी भी दी जा सकती है। आपका पारिवारिक माहौल बहुत अच्छा रहने वाला है।

कुंभ राशि

देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके चतुर्थ भाव में हुआ है। आपके लिए देवगुरु बृहस्पति द्वितीय भाव और लाभ स्थान के स्वामी हैं। इस भाव से मानिसक शांति, मां और भौतिक सुख सुविधाओं का विचार किया जाता है। देवगुरु बृहस्पति का गोचर चतुर्थ भाव में कुछ मानसिक चिंताएं लेकर के आने वाला हो सकता है। खर्चे बढ़ सकते हैं ऐसे में अनावश्यक खर्चों से खुद को बचाना होगा। दशम भाव पर दृष्टिपात करने के कारण आप अपने कार्य का विस्तार करने में सफल होंगे और आपको निवेश भी प्राप्त हो सकता है। ऐसे लोग जो विदेशी संबंधों से फायदा उठाना चाह रहे हैं उनके लिए देवगुरु बृहस्पति का गोचर अमृत तुल्य होने वाला है।

मीन राशि

अब से देवगुरु बृहस्पति का गोचर आपके तृतीय भाव में हुआ है। आपके लिए देवगुरु बृहस्पति लग्न और दशम भाव के स्वामी हैं। मीन राशि के जातकों के लिए देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर कुछ कठिनाइयों के साथ सफलताएं लेकर के आ सकता है। व्यापार से आपको अब लाभ भी प्राप्त होने की संभावनाएं दिखाई पड़ रही है। देवगुरु बृहस्पति का यह गोचर आपको अनेक धार्मिक यात्राएं करवाने वाला होगा।

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