चुनौतियों से घबराने के बजाए संघर्ष करें: आरएल व्यास, भेल से सेवानिवृत्त अपर महाप्रबंधक रोशन लाल व्यास के भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया
हरिद्वार । बीएचईएल अनुसूचित जाति एंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन एवं डा.भीमराव अंबेडकर शिक्षा सहभागिता कार्यक्रम व भेल के संयुक्त तत्वाधान में डा.अंबेडकर भवन सेक्टर वन में भेल से सेवानिवृत्त अपर महाप्रबंधक रोशन लाल व्यास के भव्य सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मनजीत सिंह व कुलदीप सिंह द्वारा प्रस्तुत बुद्ध वंदना से हुआ। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि आरएल व्यास ने कहा कि चुनौतियों से घबराने के बजाए सभी को संघर्ष करना चाहिए। अति विशिष्ट अतिथि निदेशक उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड निदेशक (आॅपरेशन) पुरूषोत्तम सिंह ने कहा कि प्रत्येक सफल इंसान के पीछे उसकी कठिन मेहनत होता है। एकाग्रता के साथ कड़ा परिश्रम कर किसी भी क्षेत्र में सफलता हासिल की जा सकती है। अति विशिष्ट अतिथि शीश राम ने कहा कि सफलता के लिए भाग्य के भरोसे रहने के बजाए कर्म पर भरोसा करना चाहिए। कर्म ही सफलता का मुख्य आधार है।विशिष्ट अतिथि अपर महाप्रबंधक पूनम सिंह ने कहा कि महिलाओं को कभी भी अपने आप को कमतर नहीं आंकना चाहिए। आज महिलाए प्रत्येक क्षेत्र में सफलता हासिल कर पुरूषों के कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही हैं। विशिष्ट अतिथि डा.अंबेडकर भवन के सचिव ब्रह्मपाल सिंह ने कहा कि सभी लोगों को गरीबों की शिक्षा के प्रति भी जागरूक होना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक सीपी सिंह ने कहा कि बाधाओ से घबराने के बजाए सदैव आगे बढ़ने का प्रयास करना चाहिए। बाधाओं का डटकर मुकाबला करते हुए कठोर परिश्रम से अपने लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। इस दौरान संगठन की ओर से कोरोना काल में निर्भीक होकर समाचार संकलन करने वाले पत्रकार लवकुमार शर्मा व नौशाद खान को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एसोसिएशन के अध्यक्ष अशोक कटारिया ने सभी का आभार व्यक्त करते हुए आरएल ब्यास के स्वस्थ एवं दीर्घायु जीवन की कामना की। कार्यक्रम का संचालन बृजेश कुमार ने किया।इस दौरान सोमपाल सिंह, दीपक रावत, राजेश कुमार, अरविंद कुमार, शिवकुमार, मनोज कुमार, रविकांत बंधु, कुलदीप सिंह, सीमांत सिंह, सुशील कुमार, रूपचंद आजाद एडवोकेट, भान पाल रवि, देवीलाल मुर्मू,अजय कुमार, अमित कुमार राम, मनोज कुमार, सुबोध कुमार, राजेंद्र देवल, कमल सिंह, मोहनलाल, पाली देवी, राज सिंह, करणपाल, नरेंद्र कर्णवाल आदि उपस्थित रहे।