श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव सम्पूर्ण विश्व के लिए आनंद और मंगल का संदेश देता है, श्री भवानी शंकर आश्रम रुड़की में धूमधाम से मनाई गई जन्माष्टमी
रुड़की । श्री भवानी शंकर आश्रम में 30 अगस्त को कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया । इस अवसर पर पंडित बृजमोहन ने अपनी मंडली के साथ भजन कीर्तन किया जिसको भक्तों ने भक्ति रस में सराबोर होकर सुना। कुमारी शिवा चौधरी ने भी अपने मधुर स्वर में भजन गा कर सभी का मन मोह लिया। समारोह के दौरान भक्तों ने भक्तों ने भगवन कृष्ण का अभिषेक किया, प्रसाद चढ़ाया और ग्रहण किया। इस अवसर पर भगवान श्री कृष्ण के विभिन्न स्वरूपों को सुन्दर वस्त्रों और आभूषणों से अलंकृत किया गया और आश्रम को पुष्पों, दीपकों और सुन्दर प्रकाश से सजाया गया। श्री कृष्ण जन्माष्टमी पर शिवेन, शिवांशी, ओजस्वी, रूद्र, मिट्ठू सहित अनेक बच्चों ने कान्हा का सुन्दर रूप धर कर इस शुभ उत्सव की शोभा को बढ़ाया। समारोह का आयोजन श्री महंत रीमा गिरि जी और श्री महंत त्रिवेणी गिरि जी के पर्यवेक्षण में हुआ। श्री महंत रीमा गिरि जी ने बताया कि योगेश्वर श्रीकृष्ण का ध्यान करने और मंत्र जपने से मोह-माया से मुक्ति पायी जा सकती है। उन्होंने आगे कहा कि श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव सम्पूर्ण विश्व के लिए आनंद और मंगल का संदेश देता है।
हिन्दू मान्यता के अनुसार लगभग 5 हजार वर्ष पहले उत्तरप्रदेश के मथुरा में भाद्रपद के महीने में अष्टमी के दिन भगवान कृष्ण का जन्म हुआ था। इस दिन लोग फलाहारी व्रत रखते है और रात 12 बजे कृष्ण जन्म मनाकर भोजन करते हैं।