गन्ना किसानों की समस्या को लेकर नौ मई को 24 घंटे के लिए धरने पर बैठेंगे पूर्व सीएम हरीश रावत, चुनाव लड़ने के सवाल को टाल गए हरदा
रुड़की । पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि सरकार अब तक गन्ना मूल्य घोषित नहीं कर पाई है। गन्ना किसानों की समस्या को लेकर नौ मई को 24 घंटे के लिए धरने पर बैठेंगे। अपने चुनाव लड़ने के सवाल को वह टाल गए।
दिल्ली रोड के एक होटल में पत्रकार वार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा सरकार अब तक गन्ने का खरीद मूल्य घोषित नहीं कर पाई है। किसानों की मांग थी कि गन्ना खरीद मूल्य 400 रुपये प्रति कुंतल दिया जाए। कहा कि इकबालपुर शुगर मिल के विषय में सरकार की नियत साफ नहीं है। करीब 200 करोड़ रुपया नया और पुराना चीनी मिल पर बकाया है।
कहा कि अगर भुगतान नहीं हुआ तो यह भुगतान बढ़ जाएगा और भविष्य में चीनी मिल को यह बड़ी राशि देना संभव नहीं होगा। सरकार से मांग की कि बारिश के कारण जो गेहूं का दाना काला पड़ गया है, उसकी भी खरीद की जाए। बताया कि किसानों की विभिन्न मांगों के संबध में नौ मई को 24 घंटे का धरना शुगर मिल के सामने दिया जाएगा। जून तक भुगतान नहीं हुआ तो एक घंटा तपती दोपहरी में तप करेंगे।