भेल कर्मचारियों ने प्रबंधन व इंटक अध्यक्ष का पुतला फूंका, विगत सात माह से कर्मचारियों के 50 फीसदी पर्क्स एवं डीए सीज, कटौती को तत्काल बंद किया जाना चाहिए
हरिद्वार । भेल प्रबंधन पर 12 जेसीएम बैठक में मजदूर वर्ग की जायज मांगो को नही मानने व उनके अधिकारो पर कुठारघात करते हुए पीपी, बोनस एवं पर्क्स डीए कटौती आदि प्रमुख बिंदुओं पर किसी भी प्रकार की चर्चा नही किये जाने के विरोध में हीप एवं सीएफएफपी की 13 यूनियनों द्वारा संयुक्त रूप से फाउंड्री गेट पर प्रदर्शन कर भेल प्रबन्धिका एवं इटंक के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजीवा रेड्डी का पुतला दहन किया गया। इस दौरान सभा को संबोधित करते हुए हेवी ंइलेक्ट्रिकल वर्कर्स ट्रेड यूनियन के अध्यक्ष पूर्व विधायक रामयश सिंह ने कहा कि भेल प्रबंधन द्वारा 12 नवंबर 2020 को हुई जेसीएम बैठक में पीपी, बोनस पर चर्चा तक नही की गयी। जबकि उसके उलट अधिकारियो को पीआरपी के नाम पर 50 हजार से डेढ़ लाख तक का भुगतान किया गया। इससे प्रबंधन की मजदूर विरोधी सोच उजागर होती है। दिवाली से पूर्व पीपी और बोनस का भुगतान नहीं जाने से मजदूरों में प्रबंधन के विरुद्ध रोष व्याप्त है। यदि भेल प्रबंधन ने जल्द से जल्द पीपी एवं बोनस का भुगतान नहीं किया तो भेल में होने वाली औद्योगिक अशांति के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार प्रबंधन ही होगा। बीएमएस हीप के महामंत्री संदीप कुमार ने कहा कि विगत 7 माह से कर्मचारियों के 50 फीसदी पर्क्स एवं डीए सीज है। इस कटौती को तत्काल बंद करते हुए एक दिसंबर 2020 से एरियर सहित भुगतान किया जाए। हेमू के अध्यक्ष करण सिंह नायक ने कहा कि भेल में जिन कर्मचारियों की कोरोना महामारी से मृत्यु हुई है उनके आश्रितों को तत्काल स्थाई नौकरी व 50 लाख की आर्थिक सहायता दी जाए। भेल कर्मचारी परिषद के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह चैहान ने कहा कि सेवारत कर्मचारियों की मृत्यु होने पर उनके आश्रितों को सेवानिवृत्ति तिथि तक सामान्य लाइसेंस फीस पर आवास आवंटन व तत्काल एक करोड़ रुपए टर्म इंश्योरेंस की स्कीम लागू की जाए।
प्रदर्शन में करने वालों में एचईडब्ल्यूटीयू के महामंत्री विकास सिंह, बीएमएस हीप के महामंत्री संदीप कुमार, हेमू के महामंत्री मोहित शर्मा, बीकेपी के महामंत्री अमित कुमार, बीएमएस सीएफएफपी महामंत्री पवन कुमार, बीएसयू हीप के महामंत्री अरविंद कुमार, एसयू हीप के महामंत्री आशीष सैनी, बीकेके एमएस हीप के महामंत्री प्रीतम सिंह सौदाई, एसयूसीएफएफपी के महामंत्री अमित गोगना, सीएफएफडब्ल्यू यू सीएफएफ के महामंत्री जयशंकर, एफएफएमएससीए एफएफपी के महामंत्री रविंद्र कुमार, रवि कश्यप, अरुण गुप्ता, सुभाष पुरोहित, करण सिंह नायक, रामकुमार, वीरेंद्र अवस्थी, पारितोष कुमार, हरबंस, फूल सिंह, मेहर सिंह, अब्बास, विकास परेडा, आदेश कुमार सहित सैकड़ों कर्मचारी शामिल रहे।