देहरादून । कांग्रेस में सीएम पद के दावेदार को लेकर अभी से जंग शुरू हो गई है । विभिन्न विधानसभा सीटों पर टिकटों को लेकर चल रही खींचतान से यह बात स्पष्ट रूप से सामने आ गई हैं। पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत और प्रीतम सिंह खेमा इस बात को लेकर अभी से चल रहा है कि यदि प्रदेश में कोई संभावना बनती है तो सीएम की दावेदारी उनकी ही मजबूत रहे । इसके लिए वह अपने अपने समर्थक को विधानसभा प्रत्याशी बनवाने की हर संभव कोशिश कर रहे हैं।
धनोल्टी सीट पर प्रीतम सिंह कैंप जोत सिंह बिष्ट की जगह डॉ. वीरेंद्र सिंह के पक्ष में है। सहसपुर और कैंट सीट पर रावत कैंप के कड़े विरोध के बावजूद प्रीतम कैंप आर्येद्र शर्मा और सूर्यकांत धस्माना के नाम पर अडिग हैं।
हल्द्वानी सीट पर जहां प्रीतम कैंप शुरू से पूर्व नेता प्रतिपक्ष इंदिरा ह्दयेश के पुत्र सुमित ह्दयेश के पक्ष में था। वहां रावत कैंप ने इस प्रदेश प्रवक्ता दीपक बल्यूटिया का नाम आगे बढ़ा दिया है। बल्यूटिया पूर्व सीएम एनडी तिवारी के परिवार से हैं। रामनगर सीट पर रावत कैंप खुद पूर्व सीएम रावत को चाहता है। जबकि प्रीतम कैंप रणजीत सिंह रावत के लिए अड़ा है। सूत्रों के अनुसार रामनगर सीट पर रणजीत के पक्ष में कुछ नेताओं ने आज राष्ट्रीय महामंत्री केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की।यमकेश्वर सीट पर प्रीतम कैंप ब्लॉक प्रमुख महेंद्र राणा के पक्ष में है। जबकि रावत कैंप इस पर सहमत नहीं हैं। दूसरी तरफ, रावत कैंप ने अल्मोड़ा सीट पर मनोज तिवारी के साथ पूर्व दायित्वधारी बिट्टू कर्नाटक को भी आगे किया है। सोमेश्वर सीट पर पिछले चुनाव में महज 700 वोट से चूक गए राजेंद्र बाराकोटी की जगह सांसद प्रदीप टम्टा का नाम बढ़ाना भी प्रीतम कैंप को पसंद नहीं है। सितारगंज सीट पर मालती विश्वास और नारायण पाल, रूड़की में मनोहरलाल शर्मा व यशपाल राणा के बीच अटकी है। यमकेश्वर में रावत कैंप शैलेंद्र रावत तो प्रीतम ब्लॉक प्रमुख महेंद्र सिंह राणा के पक्ष में है।लालकुआं सीट पर रावत और प्रीतम कैंप हरीश चंद्र दुगार्पाल व संध्या डालाकोटी के नाम पर आगे बढ़ रहे हैं। इधर पुरोला सीट पर प्रीतम कैंप मालचंद तो रावत कैंप दुगेश्वर लाल, यमुनोत्री में प्रीतम कैंप संजय डोभाल तो रावत कैंप दीपक बिजल्वाण की पैरवी कर रहा है। अन्य कई सीटों पर भी ऐसी ही स्थिति बनी हुई है।
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