महिला का बाल संवारते पूर्व विधायक जी, पुलिस ने सीज की गाड़ी, हरिद्वार के पूर्व भाजपा विधायक का वीडियो वायरल
हरिद्वार । हरिद्वार के पूर्व भाजपा विधायक रविदासाचार्य सुरेश राठौर इस समय खूब चर्चा में हैं। दरअसल, उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इस वीडियो में रविदासाचार्य सुरेश राठौर एक महिला का बाल बनाते दिख रहे हैं। वहीं, महिला वीडियो में ठिठोली करती दिखती है। वह कहती है कि रविदासाचार्य जी का जीवन इस समय उलझा हुआ है, वे मेरे बाल सुलझा रहे हैं। वीडियो वायरल होते ही पूर्व विधायक चर्चा में आ गए। वे हरिद्वार की ज्वालापुर विधानसभा से पहले विधायक रह चुके हैं। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने उनकी गाड़ी को सीज कर लिया है। पुलिस की कार्रवाई का मामला आया है। इस मामले में मुनिकी रेती थाना के प्रभारी निरीक्षक रितेश शाह का कहना है कि वाहन पर विधायक लिखा हुआ था। सुरेश राठौर पूर्व विधायक हैं। वह वाहन में मौजूद नहीं थे। वाहन में चल रहे लोग उनके परिजन बताए जा रहे हैं। वाहन को सीज किया गया है। वहीं, वीडियो वायरल होने के बाद बुधवार को दावा किया जाने लगा कि पूर्व विधायक के साथ दिख रही महिला एक्ट्रेस है। इसमें वह वीडियो बनाते हुए पूर्व विधायक का मजाक उड़ाती दिख रही हैं। वायरल वीडियो पर पूर्व एमएमलए रविदासाचार्य सुरेश राठौर का पक्ष भी सामने आया है। उन्होंने कहा कि वीडियो में जो महिला दिख रही है, वह सहारनपुर की रहने वाली है। उनके पति से उनका तलाक का मामला चल रहा है। रविदास पीठ में इनका हमेशा आना-जाना होता रहता है। वह पीठ की पदाधिकारी भी हैं। पूर्व विधायक ने कहा कि मेरी फिल्म ‘गंगा संग रविदास’ कई सिनेमा हॉल और साइट्स पर प्रदर्शित हो रही है। तीसरी फिल्म ‘भाभी जी विधायक हैं’ आने वाली है। पूर्व विधायक ने कहा कि इस फिल्म में मैं मुख्य भूमिका में हूं। फिल्म में भी मेरा नाम सुरेश राठौर ही है। यह कॉमेडी फिल्म है। कई दृश्यों को शूट किया जा चुका है। बहकावे में आकर हमने ही इस वीडियो को वायरल कर दिया। साजिश करने या दुष्प्रचार पर हम क्या कर सकते हैं?
वाहन सीज किए जाने का बताया मामला
सुरेश राठौर ने इस मामले में कहा कि वाहन सीज किए जाने के मामले में हमने पुलिस से बातचीत की है। हमारी गाड़ी से आगे-आगे मेरे कुछ रिश्तेदार चल रहे थे। मैं उस गाड़ी के पीछे चल रहा था। मुनिकीरेती चौकी के पास वाहन को सीज किया गया गया। हमने चौकी इंचार्ज से बात की। लेकिन, वह नहीं माने और उन्होंने वाहन को सीज कर दिया। चालान भी किया जा सकता था। विधायक ने कहा कि दारोगा बात करने के बाद भी नहीं माने तो मैंने भी कोई शिकायत कहीं नहीं की है।