पेपर मिल को कूड़ा जलाने की अनुमति दी तो किसान आंदोलन करने पर होंगे मजबूर, भाकियू टिकैत ने सरकार और प्रदूषण विभाग से मांग की है इस तरह की अनुमति पेपर मिलों को ना दी जाए
रुड़की । नगर पालिका क्षेत्र से एकत्रित कूड़े में से कुछ सामग्री को पेपर मिल में जलाने की अनुमति देने पर उत्तराखंड सरकार विचार कर रही है। भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री का ये कहना है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो किसान आंदोलन करने पर मजबूर होंगे। बुधवार को प्रशासनिक भवन में भारतीय किसान यूनियन द्वारा एक प्रेसवार्ता की गई। जिलाध्यक्ष विजय शास्त्री ने कहा कि उत्तराखंड सरकार नगर पालिका का कूड़ा जलाने की अनुमति पेपर मिलों को देने जा रही है। अगर इस तरह की अनुमति पेपर मिलों को दी जाती है तो उसके आड़ में पेपर मिल वाले प्लास्टिक समेत अन्य सामग्री भी जलायेंगे। जिससे की प्रदूषण फैलेगा। जिले में महामारी फैल जाएगी। बच्चे समेत सभी लोग बीमारी के चपेट में आ जाएंगे। यूनियन ने सरकार और प्रदूषण विभाग से मांग की है कि इस तरह की अनुमति पेपर मिलों को ना दी जाए। कहा कि अगर अनुमति दी जाएगी तो सभी फैक्टियों के बाहर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इस दौरान चौधरी पदम सिंह भाटी, करमपाल, वेदपाल पंवार, जोगेंन्द्र सिंह, कालूराम, मदन, मींटू भगत, मनू राठी, सचिन, मोनिस, योगेश चौधरी, सागर सिंह आदि मौजूद रहे।