हरिद्वार में एडीजी कानून व्यवस्था डॉ. वी मुरुगेशन ने ली पुलिस अधिकारियों की बैठक, जांच में लापरवाही पर दरोगा संस्पेंड
हरिद्वार । एडीजी कानून व्यवस्था डॉ. वी मुरुगेशन ने बुधवार को हरिद्वार में पुलिस अधिकारियों की बैठक ली। पुलिस क्षेत्राधिकारियों की मौजूदगी में सर्किलवार धोखाधड़ी पर एडीजी ने साफ हिदायत दी कि सीओ जांच के लिए ऑफिस के मुंशी के सहारे न रहें। उन्होंने जांच में लापरवाही पर एक दरोगा को सस्पेंड और एक अन्य दरोगा के खिलाफ जांच के निर्देश दिए।
रोशनाबाद पुलिस मुख्यालय में हुई बैठक में एडीजे मुरुगेशन ने कहा कि हरिद्वार पुलिस ने अभियान के दौरान अच्छा प्रयास किया है। लेकिन और बेहतर किया जा सकता है। समस्त क्षेत्राधिकारियों को स्पष्ट रूप से निर्देशित किया गया कि अपने-अपने सर्किल में लंबित पड़ी विवेचनाओं को स्वयं निगरानी करें। अपने ऑफिस के मुंशी के सहारे न रहें। जिन विवेचकों का प्रदर्शन खराब है, उनकी रिपोर्ट भेजें और जो अच्छा काम कर रहे हैं उनको प्रोत्साहित करें। पीड़ित को देर में न्याय मिलने से न्याय का कोई महत्व नहीं रहता। पुलिस का काम है कि पीड़ित व्यक्ति को न्यायालय के माध्यम से न्याय दिलाना। जिससे की आमजन का पुलिस पर विश्वास बना रहे। उन्होंने पुलिस अधीक्षक अपराध, नगर व देहात को निर्देशित किया कि पुलिस मुख्यालय या परिक्षेत्र स्तर पर जो भी अभियान चलाए जाते हैं, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सभी अधिकारी आपसी समन्वय बनाते हुए सफल बनाएं। अभियान केवल कागजों में नहीं चलना चाहिए, बल्कि फील्ड में दिखना भी चाहिए। समीक्षा बैठक के दौरान विवेचना में लापरवाही बरतने पर एडीजी ने कोतवाली रुड़की में धोखाधड़ी के एक मामले में एक साल से लंबित जांच पर उपनिरीक्षक कर्मवीर सिंह को निलंबित करने के निर्देश दिए। साथ ही कोतवाली ज्वालापुर में तैनात उपनिरीक्षक वाजिंदर सिंह की प्रारंभिक जांच के निर्देश एसएसपी को दिए। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने मीटिंग में जानकारी देते हुए बताया कि अभियान के दौरान 273 अभियोगों का सफल निस्तारण हुआ। जिनमें 78 आरोपियों जेल भेजा गया। जबकि 13 आरोपियों ने आत्मसमर्पण किया। अभियान के दौरान धोखाधड़ी व रंगदारी के 470 अभियोगों में से 273 अभियोगों का निस्तारण किया गया। साथ ही 174 अभियुक्तों को 41 सीआरपीसी का नोटिस व 78 अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गई। 13 अभियुक्तों ने आत्मसमर्पण किया। बाकी 197 अभियोगों में विवेचना की जा रही है। इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक गढ़वाल रेंज करन सिंह नगन्याल, एसएसपी अजय सिंह सहित जिले के राजपत्रित अधिकारी मौजूद रहे।