धर्मनगरी हरिद्वार में धूमधाम से मनाया गया रक्षाबंधन का त्योहार, बहनों ने भाइयों की कलाई पर प्रेम भरा धागा बांध कर पर्व के पवित्र रस्म को निभाया, भाइयों ने अपनी बहनों को दिए ढेरों उपहार
हरिद्वार । धर्मनगरी में भाई-बहन के प्यार का प्रतीक रक्षाबंधन का त्योहार हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। सोमवार सुबह से ही रक्षाबंधन को लेकर भाई-बहनों में खासा उत्साह रहा। बहनों ने थाली में आरती, चंदन, मिठाई समेत अन्य सामग्री के साथ भाई को राखी बांधी। भाइयों को मिठाई खिलाकर उनकी लम्बी उम्र की कामना बहनों ने की। भाइयों ने बहनों को रक्षा का वचन देते हुए अपनी सामर्थ्य के अनुसार उपहार दिए। भद्रा के कारण दोपहर 1:32 बजे के बाद ही रक्षाबंधन का त्योहार धर्मनगरी में मनाया गया। जरूरी कामकाज से बाहर जाने वाले भाई और बहनों ने 10:30 बजे रक्षाबंधन का पर्व मनाया।
सोशल मीडिया के माध्यम से दी बधाई
रक्षाबंधन पर जो भाई बहनों से दूर थे और उनसे मिलने नहीं आ पाए, उन्होंने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से पूजा करवाई और बहन को सुख-दुख में साथ रहने का संकल्प लिया। ऑनलाइन शॉपिंग का चलन काफी बढ़ चुका है। इसका असर भाई बहन के त्योहार रक्षाबंधन पर भी देखने को मिला।
ऑनलाइन गिफ्ट भेजने का चलन बढ़ा
ऑनलाइन शॉपिंग का चलन काफी बढ़ चुका है। इसका असर भाई बहन के त्योहार रक्षाबंधन पर भी देखने को मिला। जहां जो भाई बहन के पास था उसने तो बहन को गिफ्ट सौंपा वहीं दूसरी ओर बहनों तक जो भाई नहीं पहुंच पाया उसने वहीं से ही ऑनलाइन गिफ्ट भेजा। इस बार इस प्रकार ऑनलाइन गिफ्ट भेजने का चलन बहुत अधिक देखने को मिला।
मिठाई की दुकानों और चॉकलेट की ब्रिकी
रक्षाबंधन पर मिठाई की खूब खरीदारी हुई। सोमवार को हरिद्वार में मिठाई की दुकानों पर काफी भीड़ देखने को मिली। इस दौरान बहुत सी अस्थायी मिठाई की दुकानें भी कनखल, ज्वालापुर और उत्तरी हरिद्वार क्षेत्र में खुलीं। वहीं, बहनें अपने भाई की पसंदीदा काजू कतली, बर्फी, रसमलाई, रसगुल्ले, गुलाब जामुन, मिल्क केक, घेवर आदि खरीदारी करती नजर आईं। इसके अलावा कई भाईयों ने अपनी बहनों को चॉकलेट भी गिफ्ट में दी।
रक्षाबंधन पर बस में सफर करने वालों की भीड़
रक्षाबंधन पर्व के दिन भाइयों को राखी बांधने जाने वाली बहनों के लिए राज्य सरकार ने सरकारी बसों में मुफ्त सफर की सुविधा उपलब्ध कराई थी। लेकिन सोमवार को धर्मनगरी में बसों की संख्या कम पड़ गई। इस कारण बहनों को बसों के लिए घंटों इंतजार करना पड़ा। कई स्थानों पर भीड़ अधिक होने के कारण बस में चढ़ने और उतरने के लिए लोगों में धक्का मुक्की होती रही।