उत्तराखण्ड की पहली गढ़वाली सुपर नेचुरल होर्रर फ़िल्म “असगार” देहरादून के पी.वी.आर. सेंट्रियो मॉल में रिलीज, सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी समेत कई गणमान्य लोगों ने फिल्म को देखकर की कलाकारों की प्रशंसा
देहरादून । उत्तराखण्ड की लोकभाषाओं का सिनेमा लगातार विकसित होता जा रहा है। इसी क्रम में उत्तराखण्ड की पहली गढ़वाली सुपर नेचुरल होर्रर फ़िल्म “असगार” 19 जुलाई को देहरादून के पी.वी.आर. सेंट्रियो मॉल में रिलीज हो गई है। इस फिल्म के रिलीज के अवसर सूचना महानिदेशक बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक नितिन उपाध्याय एवं के एस चौहान समेत कई गणमान्य लोगों ने फिल्म को देखा और कलाकारों की प्रशंसा की।
आयुषी फिल्म्स के बैनर तले बनी इस गढ़वाली फिल्म के मुख्य नायक नवोदित अभिनव चौहान व नायिका मानवी पटेल हैं। इसके अलावा राकेश गौड़, मदन डुकलान, गोकुल पंवार, गम्भीर जायड़ा, संयोगिता ध्यानी और अनिल शर्मा भी अहम भूमिकाओं में हैं। फिल्म का कथानक गढ़वाल के एक गांव पर आधारित है, जहां अचानक मौतों का सिलसिला शुरू हो जाता है। गांव के लोगों से लेकर शासन-प्रशासन तक इस रहस्य को सुलझा नहीं पाते, लेकिन जब राज खुलता है तो सभी स्तब्ध रह जाते हैं। फिल्म की शूटिंग उत्तराखण्ड के कई मनोरम स्थानों पर हुई है। फिल्म की निर्मात्री सुमन वर्मा हैं, तो निर्देशन का दायित्व अनुज जोशी ने निभाया है। जो विगत में मेरु गौं, अजाण, तेरी सौं और कमली जैसी सफल फिल्मों का लेखन-निर्देशन कर चुके हैं।
को-प्रोड्यूसर संजय नरेंद्र श्रीवास्तव और एक्जीक्यूटिव प्रोड्यूसर सुमित खरबंदा है। संगीत अमित वी कपूर का है व गायक डॉक्टर प्रीतम भरतवाण, जितेन्द्र पंवार व प्रतीक्षा बमराडा हैं। छायांकन हरीश नेगी व संंपादन विभोर सकलानी ने किया है।