जिला योजना की निधि जिला पंचायत को मिली, जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने सीएम का आभार जताया, कहा ग्रामीण अंचल के विकास की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम

हरिद्वार । जिला योजना निधि अब फिर से जिला पंचायत को मिल गई है। करीब 4 साल पहले जिला योजना निधि लोक निर्माण विभाग को दे दी गई थी। जिसके चलते जिला योजना निधि के कार्य जिला पंचायत के बजाय लोक निर्माण विभाग करा रहा था। पिछले दिनों जिला पंचायत अध्यक्ष हरिद्वार सुभाष वर्मा ने इस संबंध में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत से वार्तालाप की थी । उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया था कि पहले की तरह जिला योजना निधि जिला पंचायत को ही दी जानी चाहिए। इससे ग्रामीण अंचल के विकास में तेजी आएगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष हरिद्वार सुभाष वर्मा के प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए जिला योजना निधि जिला पंचायत को हस्तांतरित करा दी है। इस संबंध में शासनादेश भी जारी हो गया है। अब पूरे प्रदेश में ही जिला योजना निधि की कार्यदाई संस्था लोक निर्माण में होकर जिला पंचायत हो गई है। जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने जिला योजना निधि जिला पंचायत को दिए जाने संबंधी शासनादेश जारी होने पर मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत का आभार जताया है उन्होंने कहा कि ग्रामीण अंचल के विकास की दिशा में यह महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि जिला पंचायत अब और तेजी से कार्य करा सकेगी। उन्होंने बताया कि जिला योजना निधि से होने वाले कार्यों के प्रस्ताव जल्द लिए जाएंगे । जिन गांव के संपर्क मार्ग बहुत ज्यादा क्षतिग्रस्त है। उनका प्राथमिकता से पुनर्निर्माण कराया जाएगा। जिला पंचायत अध्यक्ष सुभाष वर्मा ने कहा है कि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ग्रामीण अंचल के विकास के प्रति पूरी तरह गंभीर है। उनके द्वारा शहरी क्षेत्र के साथ-साथ ग्रामीण अंचल का विकास भी काफी तेजी से कराया जा रहा है। कोरोनावायरस और डेंगू से निपटने के लिए उनके प्रयास सराहनीय हैं। उनके दिशा निर्देश से ही तमाम संस्थाएं कोरोनावायरस और डेंगू से निपटने के लिए दिन-रात जुटी हुई है । उन्होंने कहा कि जिला पंचायत की ओर से कोरोनावायरस और डेंगू के प्रति आम व्यक्ति को जागरूक करने के लिए अभियान तेज किया गया है । साथ ही पूरे जिले में सैनिटाइज और डेंगू नष्ट करने के लिए दवा का छिड़काव का कार्य भी निरंतर जारी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Share