किसानों के साथ अन्याय कर रही है सरकार: गुलशन रोड, उत्तराखंड किसान मोर्चा ने महापंचायत में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की
रुड़की । उत्तराखंड किसान मोर्चा की ओर से ग्राम बेलडा में आयोजित महापंचायत में किसानों की विभिन्न समस्याओं को लेकर चर्चा की गई। पंचायत में किसानों ने कहा कि उत्तराखंड में गन्ने का मूल्य उत्तर प्रदेश के आधार पर तय किया जाता है तो फिर क्रय केंद्र से ढुलाई का किराया भी उत्तर प्रदेश के आधार पर ही निर्धारित किया जाना चाहिए। उत्तराखंड में ढुलाई का रेट 11 रुपए सरकार ने तय किया है जबकि उत्तर प्रदेश में धुलाई का रेट 8.75 रुपए है, वहीं बिजली चोरी के नाम पर विजिलेंस टीम की गलत तरीके से छापेमारी पर रोक लगे, इकबालपुर चीनी मिल पर किसानों का 180 करोड़ रूपया बकाया उसका तुरंत भुगतान कराया जाए, जनपद हरिद्वार में सीपीयू गांव देहात के रास्तों पर खड़े होकर देहात के लोगों को परेशान करती है इस पर रोक लगाई जाए, जनपद हरिद्वार में 4 लाख पशुओं की संख्या है जबकि जनपद में कुल 16 पशु चिकित्सालय हैं जो कि बहुत कम है उनकी संख्या बढ़ाई जाए, तीनों कृषि काले कानून तुरंत वापस किए जाएं। इन मांगों को लेकर किसानों ने उत्तराखंड सरकार से आह्वान किया की इन समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान किया जाए नही तो इसका परिणाम भाजपा सरकार को 2022 में भुगतना पड़ेगा। महापंचायत में उत्तराखंड किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलशन रोड ने कहा कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होने वाली पंचायत में अधिक से अधिक किसान पहुंचने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि जब तक काले कानून वापस नहीं होंगे आंदोलन जारी रहेगा। इस मौके पर चौधरी राजेंद्र सिंह, महकार सिंह, धर्मवीर प्रधान, सुरेंद्र लंबरदार, मोहम्मद आजम, मोहम्मद अकील, वीरेंद्र सैनी, ज्ञानचंद, दीपक पुंडीर, मोहम्मद रफी, राजपाल सिंह, सतवीर प्रधान, दुष्यंत, नरेंद्र सिंह, मोनू प्रधान, कामिल प्रधान, चौधरी आदित्य, नरेश लोहान, धर्मेंद्र, राजकुमार, जितेंद्र, अनिल मुखिया, अमित कुमार, ओमकार सिंह, जाबिर, मोहम्मद जफर, समीर आलम, अनिल सैनी, रविंद्र त्यागी, भूपेश शर्मा, विजेंद्र सिंह, बालेंद्र त्यागी, संदीप रोड, विनोद रोड, मोहम्मद मुकर्रम अली, सरदार जसवीर सिंह, सरदार सुखदेव सिंह, सरदार अमरपाल सिंह, प्रधान जय सिंह, अर्जुन सिंह, मकर सिंह आदि किसान उपस्थित रहे।