संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन द्वारा 1166 सरकारी अस्पतालों की सफाई की जाएगी, बाबा हरदेव सिंह महाराज की 66वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित होगा स्वच्छता अभियान कार्यक्रम
रुड़की । संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन रविवार 23 फरवरी को देशभर में एक स्वच्छता अभियान का आयोजन करेगा जिसमें अन्य स्थानों के अतिरिक्त 1166 सरकारी अस्पतालों की सफाई की जाएगी। यह अभियान देश के सरकारी अस्पतालों की सफाई की अतिरिक्त दूर-देशों में भी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज की 66वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित किया जा रहा है, जिन्होंने 36 वर्षों तक इस मिशन का सद्गुरु रूप में मार्गदर्शन किया और 13 मई, 2016 को अपने नश्वर शरीर का त्याग किया। बाबा जी कहा करते थे कि – “प्रदूषण अंदर हो या बाहर, दोनों ही हानिकारक हैं”। इस स्वच्छता अभियान में 3.5 लाख वालंटियर्स सम्मिलित होंगे जिनमें फाउंडेशन तथा संत निरंकारी सेवादल के सेवादारों के अतिरिक्त साध संगत के अन्य सदस्य भी होंगे | पिछले वर्ष इसी दिन 765 सरकारी अस्पतालों की सफाई की गई थी। उत्तराखंड के मसूरी जोन के अंतर्गत गढ़वाल के पांच जिलों में 37 सरकारी अस्पतालों में यह स्वछता अभियान चलाया जायेगा और यहाँ लगभग 1.5 लाख वालंटियर्स भाग लेंगे रूड़की, लक्सर, भगवानपुर, मंगलोर, हरिद्वार आदि शहरो में राजकीय संयुक्त चिकित्सालय, ऋषिकेश में AIIMS, देहरादून में दून हॉस्पिटल आदि शामिल होंगे। इसके अलावा कई सार्वजनिक पार्क इस सफाई अभियान में शामिल होंगे जहाँ सुबह 8 बजे से दोपहर 12.00 बजे तक सफाई अभियान होगा। बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के जन्मदिवस के उपलक्ष्य में फाउंडेशन द्वारा 2003 से स्वच्छता और वृक्षारोपण अभियान चलाया जा रहा है। 2010 से, विभिन्न सामाजिक-धार्थ गतिविधियों को तथा ऐतिहासिक स्मारकों, समुंद्री तटों और नदी के किनारे, अस्पतालों, सार्वजनिक स्थानों और विशेष रूप से प्रमुख रेलवे स्टेशनों को साफ-सुथरा बनाने के लिए पिछले 10 वर्षों से लगातार स्वच्छता अभियान चलाया जा रहे हैं। इन प्रयासों को जन-साधारण और भारत सरकार द्वारा बहुत सराहा गया है। अपने आदर्शों को व्यावहारिकता के धरातल पर मूर्त रूप देते हुए जैसा कि, “जीवन की सकता तभी है, अगर यह दूसरों के लिए जिया जाए ” संत निरंकारी चैरिटेबल फाउंडेशन, निरंकारी बाबा हरदेव सिंह जी महाराज के मानव कल्याण के दृष्टिकोण से निर्देशित है, जिसका मानव के प्रति भाव है कि ” प्रदूषण भीतर हो या बहार, दोनों हानिकारक है। परम पावन सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन और आशीर्वाद से फाउंडेशन की सभी सामाजिक-धर्मार्य गतिविधियों को नियमित रूप से मानव में ईश्वर-अंश को जानकर किया जाता है।