देहरादून । वृद्धावस्था पेंशन को लेकर शाम को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की तारीफ में कसीदे पढ़ने वाले पूर्व सीएम हरीश रावत कुछ घंटे बाद धामी पर बरसते हुए नजर आए। हरीश रावत ने ये तक कहा कि धामी सरकार में महापाप होने जा रहा है। आईए आपको बताते हैं कि हरदा आखिर किस महापाप की बात कर रहे हैं। हरीश रावत लिखते हैं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी आपकी सरकार में एक महापाप होने जा रहा है, पंचम राज्य वित्त आयोग की निहायत बेरोजगार विरोधी संस्तुति के जो पद 3 साल से खाली पड़े हैं, उन्हें समाप्त/मृत घोषित किया जाए, यह पूर्णतः अस्वीकार्य है। हरदा ने आगे कहा यह हजारों बेरोजगारों की आशाओं पर कुठाराघात है। भाजपा सरकार ने इस सिफारिश को मंजूर कर एक महापाप किया है, अब भी कुछ नहीं बिगड़ा है, इस संस्तुति को रिजेक्ट किया जाए। पूर्व सीएम हरीश रावत ने चेतावनी भरे लहजे में कहा- मैं अपनी इस मांग के लिए सरकार को 1 हफ्ते का समय देता हूं। यदि 1 हफ्ते के अंदर पंचम वित्त आयोग की ये संस्तुति, राज्य सरकार ने रिजेक्ट नहीं की तो इसके विरोध में मैं, तपती दोपहरी में खुले आसमान के नीचे दोपहर 12 से 1 बजे तक प्रायश्चित उपवास पर बैठूंगा, ताकि इस सरकार को बेरोजगारी के दर्द का कुछ एहसास हो सके। आपको बता दें कि इससे पहले वृद्धावस्था पेंशन को लेकर हरदा ने सीएम धामी को शाबाशी दी थी। हरदा ने कहा था- शाबाश पुष्कर सिंह धामी पति-पत्नी, दोनों को वृद्धावस्था पेंशन पुनः दिये जाने का निर्णय स्वागत योग्य है। पुष्कर जी आपने अपने पूर्ववर्ती मुख्यमंत्रियों के पाप कुछ सीमा तक धो दिए हैं। कांग्रेस सरकार के समय में यह पेंशन पति-पत्नी, दोनों को यदि वो 60 साल से ऊपर की उम्र के हैं, दिये जाने का निर्णय लिया गया था। हजारों लोग इससे लाभान्वित हुए थे, भाजपा की सरकार ने केवल एक परिवार-एक पेंशन का नियम लागू कर हजारों महिलाओं से उनकी पेंशन छीन ली थी।
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