आईआईटी और नगर निगम ने बनाया सैंपल कलेक्शन बूथ, सिविल अस्पताल के प्रबंधन को सौंपा सैंपल कलेक्शन बूथ
रुड़की । नगर निगम और आईआईटी ने मिलकर सैंपल कलेक्शन बूथ बनाया है। सहायक नगर आयुक्त ने बताया की सैंपल कलेक्शन बूथ सिविल अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिया गया है। जिसके माध्यम से डॉक्टर बिना पीपीई किट पहने ही कोरोना के संदिग्ध मरीजों के सैंपल ले सकेंगे। कोरोना संक्रमण काल का दौर खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। हरिद्वार जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या सात पहुंच चुकी है। वहीं प्रदेश में यह आंकड़ा 46 पहुंच चुका है। रुड़की सिविल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भी कोरोना संदिग्ध मरीजों को भर्ती किया जा रहा है। साथ ही कोरोना संदिग्ध मरीजों के सैंपल लेकर जांच के लिए बाहर भेजे जा रहे हैं। जांच के दौरान डॉक्टर को पर्सनल प्रोडक्शन इक्वीपमेंट भी पहनने पढ़ रहे हैं। जबकि इस पीपीई किट का प्रयोग एक बार सैंपल लेने में ही किया जाता है। लेकिन रुड़की नगर निगम और आईआईटी ने मिलकर स्वास्थ विभाग के इस खर्चे को कम करने का प्रयास किया है। सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट ने बताया की आईआईटी की तकनीक और नगर निगम के आर्थिक सहयोग से एक सैंपल कलेक्शन बूथ बनाया गया है। उन्होंने बताया की इस बूथ कलेक्शन की सहायता से डॉक्टर बिना पीपीई किट को पहने ही संदिग्ध मरीज का सैंपल ले सकेंगे। चंद्रकांत भट्ट ने बताया कि सैंपल कलेक्शन बूथ को सिविल अस्पताल प्रबंधन को सौंप दिया गया है।