हलवाई, कैटरिंग, टेंट, बेंकट हॉल सेवाओं से जुड़े लोगों ने की नकद राहत दिए जाने की मांग, बैक कर्ज लेने कि हिम्मत नही है कारोबारियों में: पंडित अधीर कौशिक
हरिद्वार । पंचपुरी हलवाई कल्याण समिति, टेंट एसोसिएशन बेंकट हॉल एवं फॉम हाऊस एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने संयुक्त बैठक कर सरकार से नगद राहत उपलब्ध कराने की मांग की है। बैठक में शादी समारोह के लिए तय की गयी 50 मेहमानों की संख्या को बढ़ाकर पांच सौ करने की मांग भी की गयी। कनखल स्थित गौतम फार्म में आयोजित समिति की बैठक में टेंट को संबोधित करते हुए उत्तराखण्ड टेंट एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष दाऊदयाल अग्रवाल ने कहा कि लॉकडाउन के चलते शादी विवाह व अन्य आयोजनों पर रोक लगने से टेंट, बेंकट हॉल व हलवाई आदि का काम करने वाले लोग गहरे आर्थिक संकट में फंस गए हैं। इसको देखते हुए सरकार को राहत उपायों की घोषणा करनी चाहिए। बेंकट हॉल व फॉर्म हाऊस एसोसिएशन के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा कि लगभग तीन माह कामधंधा बंद होने से सभी के सामने भीषण आर्थिक संकट खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चौथे चरण में सरकार ने शादी ब्याह जैसे आयोजनों में 50 मेहमानों के सम्मिलित होने की मंजूरी दी है। जो कि पर्याप्त नहीं है। इसे बढ़ाकर पांच सौ किया जाना चाहिए। हाल ही में सरकार द्वारा बीस लाख करोड़ का जो आर्थिक पैकेज घोषित किया गया है। उसमें हलवाई, कैटर्स, टेंट कारोबार करने वाले, बेंकट हॉल चलाने वाले कारोबारियों को कोई राहत नहीं दी गयी है। ऐसे में सरकार को ईएमआई, बिजली, पानी, स्कूल फीस आदि माफ करनी चाहिए। पंचपुरी हलवाई कल्याण समिति के संरक्षक पंडित अधीर कौशिक ने कहा कि शादी विवाह, जन्म दिन, बड़े स्तर पर होने वाले आयोजनों से बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलता है। जिसमें हलवाई, कैटर्स, टेंट कारोबारी, बेंकट हाल चलाने वाले, पानी सप्लाई करने वाले, वेटर, फूल वाले, डीजे वाले, जनरेटर चलाने वाले, सजावट के काम से जुड़े लोग शामिल हैं। कोरोना वायरस के चलते किए गए लॉकडाउन में कामधंधा बंद होने से सभी आर्थिक संकट में फंस गए हैं। सरकार द्वारा घोषित किए राहत पैकेज में इतने बड़े वर्ग का कोई ध्यान नहीं रखा गया। कारोबारी पहले से लिया कर्ज भी नहीं चुका पा रहे हैं। ऐसे में स्थिति सामान्य होने तक इस वर्ग को कर्ज जके बजाए नगद राशि अनुदान के रूप में दी जानी चाहिए। समिति के अध्यक्ष धाम सिंह बिष्ट व पूर्व अध्यक्ष सोमपाल ने कहा कि शादी विवाह, पार्टी जैसे आयोजनों से विभिन्न स्तरों पर बड़ी संख्या में लोगों को रोजगार मिलता है। लेकिन लॉकडाउन होने के बाद रोजगार की स्थिति शून्य हो गयी है। इसलिए सरकार को ठोस कदम उठाते हुए हलवाई, कैटर्स, वेटर आदि सभी वर्गों को अनुदान के रूप में नकद राशि देनी चाहिए। बैठक में रूड़की टेंट एसोसिएशन के पदाधिकारी विनय मित्तल, संजय मल्होत्रा, विशाल कौशिक के अलावा बिन्नु भाटिया, राकेश कुमार, नरेश कुमार, दीपक शर्मा, उमेश कश्यप, चांद गिरी, राकेश उपाध्याय, अनुराग अरोड़ा, विनय मित्तल, टिवंकल, विशाल वत्स, रजत मित्तल, संजय मल्होत्रा, दीपक गोनियाल, तरूण सैनी, अमित शर्मा, अनुराग अरोड़ा, आमोद शर्मा, विजय चौधरी, हिमांशु सचदेवा, सुमित सचदेवा आदि सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे|