रुड़की। उत्तराखंड रजिस्ट्रार कानूनगो संघ ने पदोन्नति सहित विभिन्न मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल से तहसील में कामकाज पूरी तरह प्रभावित हो गया। दाखिल-खारिज, खतौनी की नकल लेने आने वाले बैरंग लौटने को मजबूर हुए। संगठन नायब तहसीलदार के पद पर पदोन्नति, रजिस्ट्रार कानूनगो और राजस्व निरीक्षक पद को एकीकरण कर वरिष्ठता पोषक संवर्ग से निर्धारित करने, रजिस्ट्रार-कानूनगो के रिक्त पदों को नियमानुसार भरने, रजिस्ट्रार कानूनगो पद पर पदोन्नति के लिए विकल्प न मांगकर ज्येष्ठता के आधार पर पदोन्नति करनेन, पदों का पुर्नगठन, कोविड के कामों के लिए प्रोत्साहन राशि दिए जाने आदि की मांग कर रहा है। 18 अक्तूबर से चरणबद्ध आंदोलन शुरू हुआ और कर्मचरियों ने तीन घंटे कार्य बहिष्कार किया था।25 अक्तूबर को पूरे दिन का कार्य बहिष्कार कर एक नवंबर से अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान किया था। सोमवार से हड़ताल शुरू हो गई। संगठन के प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार पांडेय, प्रदेश कोषाध्यक्ष राजेश मारवाहा, जिला मंत्री मधुकर जैन, जिला कोषाध्यक्ष सतीश कुमार राजस्व परिषद कार्यालय में धरने में शामिल होने देहरादून गए। रजिस्ट्रार कानूनगो की हड़ताल से तहसील में कामकाज पूरी तरह प्रभावित रहा। खाता खतौनी की नकल निकालने के लिए हर दिन औसतन 250 लोग पहुंचते हैं। हालांकि, त्योहारी सीजन होने के कारण भीड़ कुछ कम थी। लेकिन जो लोग आए उन्हें बैरंग लौटना पड़ा। कई कार्यालयों में दरवाजे बंद रहे। कर्मचारियों के साथ अधिकारी भी नहीं मिल पाए। लोग कार्यालय से वापस लौटते रहे। इसके साथ ही दाखिल-खारिज, तहसीलदार कार्यालय के भी अन्य काम प्रभावित हुए। संगठन के प्रदेश महामंत्री मनोज कुमार पांडेय ने बताया कि मांग माने जाने तक हड़ताल जारी रहेगी। कर्मचारियों की हड़ताल अगर लंबी खिंचती है तो लोगों को परेशानी उठानी पड़ेगी। इससे प्रमाण पत्र सहित अन्य काम भी प्रभावित हो सकते हैं।
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