हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने अतिक्रमण हटाने गई टीम को वापस लौटाया, कहा यह लोग यहां 1983 के कुंभ से रहते हैं, तब से लेकर आज तक इन्हें किसी को कुंभ में नहीं हटाया गया
हरिद्वार । हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतिस्वरानंद ने चंडीघाट बस्ती से अतिक्रमण हटाने गई टीम को वापस लौटा दिया। विधायक ने कहा है कि यह लोग पिछले करीब 30 से अधिक वर्षों से यहां निवास कर रहे हैं। लिहाजा उन्हें हटाने से पहले इनकी कहीं और व्यवस्था कर ही इन्हें हटाने का प्रयास किया जाए। मार्च माह से कुंभ मेला अपने चरम पर आ जाएगा। मेले में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए मेला एवं जिला प्रशासन अतिक्रमण हटाने में जुटा हुआ है। सोमवार को तहसील प्रशासन की टीम चंडी घाट बस्ती में अतिक्रमण हटाने गई तो वहां के लोगों ने टीम का विरोध करना शुरू कर दिया। इसकी सूचना विधायक को दी गई। सूचना मिलते ही हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतिस्वरानंद ने मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी से वार्ता कर इन परिवारों की कहीं अन्यत्र व्यवस्था नहीं होने तक इन्हें यहां से हटाने का प्रयास नहीं करने को कहा। स्थानीय राजकुमार मिश्रा, मुन्ना ठाकुर का कहना है कि उनका वोटर आईडी कार्ड सन 1993 से बना हुआ है। वह वोट देने का अधिकार भी रखते हैं एवं राशन कार्ड सहित इस बस्ती में 5 वार्ड मेंबर निर्वाचित किए जाते हैं। ऐसे में अगर उन्हें यहां से हटाना ही था तो उन्हें वोट देने का अधिकार सहित अन्य सुविधाएं क्यों दी गई। इन लोगों का कहना है कि बस्ती के बीच में ही दो बड़े-बड़े कुष्ठ आश्रम और एक बहुत बड़ी संस्था है जो बस्ती के गरीब बच्चों के लिए ही सेवा भाव का काम कर रही है ऐसे में बस्ती को यहां से हटाया जाना कतई भी उचित नहीं। मामले में विधायक स्वामी यतिस्वरानंद ने कहां की यह लोग यहां 1983 के कुंभ से रहते हैं, तब से लेकर आज तक इन्हें किसी को कुंभ में नहीं हटाया गया। आखिर अब इन्हें क्यों हटाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक इन परिवारों को कहीं और विस्थापित ने किया जाएगा तब तक अतिक्रमण नहीं हटने दिया जाएगा।