रुड़की नगर निगम में सड़क घोटाला, कृष्णा नगर में 4 माह पहले बनी सड़क के लिए फिर कर दिया टेंडर, एक चर्चित ठेकेदार को थमा दिया गया है टेंडर, अधिकारियों की मिलीभगत आ रही है सामने, मेयर गौरव गोयल जता रहे हैं अनभिज्ञता
रुड़की । नगर निगम रुड़की में सड़क घोटाला सामने आ रहा है। दरअसल ,कृष्णा नगर की 20 नंबर गली में जो सड़क करीब 4 माह पहले बनी थी। उसे बनाने के लिए फिर से एक चर्चित फर्म को टेंडर थमा दिया गया है। यह सब एक अधिकारी की मिलीभगत से हुआ है। यह अधिकारी विभिन्न शिकायतों में जांच का सामना कर रहा है। इस जांच को निष्प्रभावी करने के लिए अधिकारी ने सत्ताधारी पार्टी के दिग्गज नेता के दबाव में आकर संबंधित फर्म को यह ठेका दिया है। सबसे बड़ी बात यह है कि मेयर गौरव गोयल इस सड़क घोटाले से अनभिज्ञता जता रहे हैं। उनका कहना है कि फिलहाल वह होली के कार्यक्रमों में व्यस्त हैं और इससे पहले वह कुछ समय के लिए बाहर गए हुए थे अब होली का पर्व संपन्न होने के बाद इस बारे में जानकारी ली जाएगी। इस घोटाले के बाद यह बात पूरी तरह साफ हो गई है कि सड़क निर्माण के नाम पर सरकार के बजट को हड़पा जा रहा है। नागरिकों का मानना है कि यह तो एक मामला सामने आया है यदि कायदे से छानबीन की जाए तो और भी ऐसे कई मामले सामने आ सकते हैं। नई सड़क पर फिर से सड़क बनाने कि यह को नीति 18 साल पहले एक विधायक के द्वारा शुरू की गई थी। तभी से बहुत सारे ठेकेदारों को यह को नीति रास आ रही है। क्योंकि बनी बनाई सड़क को बनाने के लिए कोई खास काम नहीं करना पड़ता भुगतान पूरा ही होता है। हां इतना जरूर है कि अधिकारियों को कमीशन और ज्यादा मिल जाता है ताकि समय से भुगतान हो सके। कृष्णा नगर की 20 नंबर गली की सड़क फिर से बन रही है। इसका टेंडर हो गया है यह जानकर सभी लोग आश्चर्यचकित है। अब देखना यह है कि यह टेंडर निरस्त होता है और संबंधित अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई होती है या नहीं। वैसे उत्तराखंड में त्रिवेंद्र की सरकार है। निश्चित रूप से दी है मामला सीधे मुख्यमंत्री के पास पहुंच गया तो निश्चित रूप से संबंधित अधिकारी के खिलाफ वह कार्रवाई होगी जो उसने कभी सोची भी नहीं होगी। भले ही यह अधिकारी सत्ताधारी पार्टी के एक दिग्गज नेता के संरक्षण में नियम विरुद्ध काम करता जा रहा है। लेकिन इस बार बचने की संभावना नहीं है। हालांकि इस अधिकारी का मानना है कि यदि वह इसी तरह से कुछ खास लोगों को टेंडर देता रहा तो उसका कोई कुछ बिगाड़ने वाला नहीं है। क्योंकि टेंडर प्राप्त करने वाले ये लोग ही उसकी शासन ,मंत्री व उच्च अधिकारियों तक पैरवी करते हैं।