राजकीय गबन के आरोप में सहायक अध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापक निलंबित, मुख्य शिक्षा अधिकारी ने की कार्रवाई
हरिद्वार। राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय राजपुर के सहायक अध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापक को मुख्य शिक्षा अधिकारी में राजकीय गबन, विद्यालय में अनुपस्थित रहने समेत कई आरोपों में निलंबित कर दिया है। प्रभारी प्रधानाध्यापक को खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय बहादराबाद से अटैच कर दिया है। खंड शिक्षा अधिकारी बहादराबाद ने प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार पर गबन करने, बच्चों के गणवेश विद्यालय में अनुपस्थिति समेत कई बिंदुओं पर जांच की है। खंड शिक्षा अधिकारी की जांच रिपोर्ट के बाद मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल ने अरविंद कुमार को निलंबित कर दिया है। उल्लेखनीय है कि बीते वर्ष 20 दिसंबर में उप शिक्षा अधिकारी ने बीआरसी एवं प्रधान सहायक के साथ विद्यालय का औचक निरीक्षण किया था। जांच में पाया कि भोजनमाताओं को विगत तीन वर्षों से बोनस की धनराशि का भुगतान एवं गणवेश की धनराशि का भुगतान नहीं किया गया है। 12 मार्च से विद्यालय बंद होने एवं 22 मार्च 2020 से संपूर्ण भारत में लॉकडाउन लगने के बाद भी विद्यालय में एसएमसी खाते से लाखों रुपये के सामान खरीद लिया गया। विद्यालय में पूर्व टेस्ट रजिस्टर भी गायब था। निरीक्षण में भोजन की गुणवत्ता भी अत्यंत खराब पाई गई थी। आरोप था कि कोरोना कॉल के बाद स्कूल खोलने की तिथि से 31 दिसंबर तक विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं को अतिरिक्त पोषाहार का वितरण नहीं किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया कि विद्यालय में 138 छात्र-छात्राएं उपस्थित थे जबकि 150 छात्र-छात्राओं का खाना बनाया गया था। विद्यालय में तौल प्रणाली का कोई विकल्प उपयोग नहीं किया गया है। आरोप है कि मिड-डे-मील लेखा पंजिका में दिसंबर 2021 के पश्चात किसी भी तिथि की गणना नहीं की गई है जो कि वित्तीय अनियमितताएं का प्रबल प्रमाण है। निरीक्षण के दौरान पाया कि विद्यालय में कक्षा 6 से 8 तक अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने मौखिक एवं लिखित में बताया कि विद्यालय में मिड-डे-मील योजना के अंतर्गत दाल चावल कढ़ी चावल आदि खिलाया जाता है। परंतु कभी भी सब्जी नहीं खिलाई जाती है जो कि विभागीय नियमों की अवहेलना तथा वित्तीय अनियमितताएं हैं। मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल ने बताया कि सहायक अध्यापक और प्रभारी प्रधानाध्यापक अरविंद कुमार को निलंबित कर दिया है।