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मदरहुड विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं जियोस्पेशियल डेटा एंड रिसर्च सेंटर का दौरा किया

रुड़की। मदरहुड विश्वविद्यालय के डिप्लोमा इन सिविल इंजीनियरिंग के छात्र-छात्राओं ने एक दिवसीय औद्योगिक भ्रमण किया। यह भ्रमण भारतीय सर्वेक्षण विभाग देहरादून मण्डल उत्तराखण्ड के सर्वे म्यूजियम जियोडेटिक एण्ड रिसर्च सर्वे ऑफ इण्डिया ओर राष्ट्रीय भू-स्थानिक डेटा केन्द्र, हाथीबडकला एस्टेट देहरादून में सम्पन्न हुआ। यात्रा के सुचारू संचालन के लिए सभी 24 छात्रों को 12-12 छात्रों के दो समूहों में विभाजित किया गया था और छात्र-छात्राओं की दोनों टीम को मदरहुड विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 डॉ0 नरेन्द्र शर्मा, निदेशक प्रशासनिक दीपक शर्मा, निदेशक अकादमिक डॉ0 विनय सिंह और कुलसचिव डॉ0 एन0 के0 यादव एवं पॉलीटेक्निक के प्रधानाचार्य डॉ0 अंकित शर्मा और समस्त इंजीनियरिंग विभाग ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।सर्वे म्यूजियम के जियोडेटिक एण्ड रिसर्च सेन्टर पहुँचकर वहाँ के इंजीनियर राम मोहन ने छात्र-छात्राओं को सर्वेक्षण और मानचित्रण उपकरण की कार्यशैली का ज्ञान दिया व छात्रों से सीधे उन सभी सूचनाओं को साझा करने के लिए संवाद किया जिनका उपयोग पिछले शोधकर्ता और डेवलपर द्वारा किया जाता रहा है। आगे उन्होंने बताया कि देश में विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए सर्वेक्षण विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह औद्योगिक दौरा छात्रों के विकास के लिए बहुत लाभकारी रहेगा और इसी क्रम में आगे बढ़ते हुए बताया कि सर्वेक्षण विभाग बड़े पैमाने पर शहरों, गाइड मैप्स और भूकर सर्वेक्षण के बारे में जानकारी देता है। सर्वेक्षण अधिकारी ने स्वामित्व योजना के बारे में भी जानकारी दी।यह विभाग फोटोग्रामेट्रिक, मैपिंग और मैप रिप्रोडक्शन के बारे में भी जानकारी देता है। इस औद्योगिक दौरे के पूरा होने पर अधिकारी सर्वेक्षक ने बताया कि छात्र-छात्राओं द्वारा सर्वेक्षण में प्रयुक्त आधुनिक विधियों के अनुप्रयोगों को समझ सकेंगे और वे मानचित्रण में उपयोग किए जाने वाले पैमाने के कारकों के बारे में भी सीखते रहेंगे। सभी छात्र-छात्राओं ने उन्हें आजीवन सीखने का अनुभव प्रदान करने के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया।छात्र-छात्राओं ने उत्तराखण्ड की राजधानी देहरादून के सकारात्मक दृष्टिकोण से भरे नए वातावरण का आनन्द भी लिया तथा राष्ट्रीय भू-स्थानिक डेटा केन्द्र के बारे में बहुत सी टैक्नीकल्टी के बारे में जाना। इसी मौके पर सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेन्ट के सहायक प्रोफेसर साक्षी शर्मा, शुभांगी गुप्ता तथा गोपाल भट्ट आदि उपस्थित रहे।

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