रुड़की । सिद्धेश्वर महादेव मंदिर में चल रही भागवत कथा के सातवें दिन कथा व्यास आचार्य रमेश सेमवाल ने गुरु की महिमा बताई। उन्होंने कहा कि गुरु के बिना जीवन में ज्ञान प्राप्त नहीं होता। अज्ञान रूपी अंधकार को जीवन से गुरु समाप्त करता है। भगवान श्रीराम, भगवान श्रीकृष्ण ने भी गुरु के माध्यम से शिक्षा प्राप्त की। हमें भी गुरु का सम्मान करना चाहिए। गुरु पूर्णिमा की महिमा बताते हुए उन्होंने कहा कि आषाढ़ पूर्णिमा को महर्षि वेदव्यास का अवतरण दिवस होता है। गुरु की कृपा से जीवन का अंधकार समाप्त होता है और ज्ञान रूपी प्रकाश का जीवन में उदय होता है। महर्षि वेदव्यास ने ऋग्वेद यजुर्वेद सामवेद अथर्ववेद को संपूर्ण मानव जाति के कल्याण के लिए अपने शिष्यों को प्रदान किया। 18 पुराण, चार वेद, धर्म दर्शन, ब्रह्म सूत्र हमें प्रदान किए। महर्षि वेदव्यास की कृपा से संजय को दिव्य दृष्टि प्राप्त हुई। जिससे संजय ने महाभारत के पूरे युद्ध का वृतांत धृतराष्ट्र को सुनाया। इस दौरान विधायक प्रदीप बत्रा, अनिल शर्मा, विकास शर्मा, संजय अरोड़ा, पूनम सिंह, सुलक्षणा सेमवाल अदिति सेमवाल, पूनम गुप्ता, राधा भटनागर, चित्रा गोयल, पूनम त्यागी, ममता शर्मा, मोहित ठाकुर, नरेश शास्त्री, मुकेश शास्त्री, संजीव शास्त्री, पुष्पा, कविता, सौरभ भूषण शर्मा आदि मौजूद रहे।
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