आईआईटी रुड़की करेगा सबसे बड़े उत्तराखण्ड उद्योग महोत्सव के पहले संस्करण का नेतृत्व
रुड़की । इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की (आईआईटी रूड़की) ने भगवानपुर इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन और रूड़की स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन, रूड़की की साझेदारी मे सबसे बड़े उत्तराखण्ड उद्योग महोत्सव के पहले संस्करण के नेतृत्व के लिए हाथ बढ़ाया है। यह उत्तराखण्ड में सबसे बड़ी ओद्यौगिक प्रदर्शनियों में से एक है, जो उद्योगों एवं स्टार्ट-अप्स को नई साझेदारियों के लिए मंच और सुनहरा अवसर प्रदान करेगी।
उत्तराखण्ड उद्योग महोत्सव का प्रीलॉन्च आईआईटी रूड़की में हुआ, इस अवसर पर उत्तराखण्ड के सामाजिक आर्थिक विकास तथा अनुसंधानत्मक गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु उद्योग एवं अकादमिक जगत के बीच साझेदारी को प्रोत्साहित करने के लिए एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस अवसर पर प्रोफेसर के.के. पंत, डायरेक्टर, आईआईटी रूड़की, श्री राजेश रावत, चेयरमैन, भगवानपुर इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन तथा बी.बी. गुप्ता, प्रेज़ीडेन्ट, रूड़की स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन मौजूद थे। समझौता ज्ञापन के तहत आईआईटी रूड़की एक विचारक एवं तकनीकी लीडर के रूप में उद्योगों को ऐसे तकनीकी समाधान उपलब्ध कराएगा जो अकादमिक, अनुसंधान एवं इनावेशन सिस्टम के माध्यम से टेक्नोलॉजी पर आधारित उद्यमिता को बढ़ावा देंगे। बीआईए और आरएसएसआईए रूड़की एवं भगवानपुर क्षेत्र में 700 से अधिक लघु एवं मध्यम उद्यमों का प्रतिनिधितव करते हैं तथा उद्योग एवं सरकार के बीच के अंतर को दूर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। वे प्रभावी नीतियों, विनियमों एवं ओद्यौगिक मानकों के विकास के लिए रचनात्मक मंच उपलब्ध कराकर उद्योग जगत को गति प्रदान करते हैं।
स्टार्ट-अप्स, एमएसएमई एवं संगठनों को एक ही मंच पर लाने के उद्देश्य से उत्तराखण्ड उद्योग महोत्सव की योजना बनाई गई है। इस तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन 18 से 20 मार्च 2023 को भगवानपुर, रूड़की में होगा, जहां 200 से अधिक उद्योग ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में उत्तराखण्ड की ओद्यौगिक क्षमता का प्रदर्शन करेंगे। उत्तराखण्ड की प्रगतिशील उद्योग नीति ने राज्य में बड़ी मात्रा में निवेश आकर्षित किया है। उत्तराखण्ड उद्योग महोत्सव एक ऐसी पहल है जो स्थायी ओद्यौगिक विकास को बढ़ावा देकर विभिन्न हितधारकों को एक दूसरे के साथ बातचीत करने के अवसर उपलब्ध कराएगी। यह मंच उद्योगों को नेटवर्किंग के अवसर प्रदान करेगा तथा कारोबार को सुगम बनाने में भी योगदान देगा।आईआईटी रूड़की की टीआईडीईएस, टीआईएच और टेक सारथी टीम इस आयोजन को सफल बनाने के लिए सक्रियता से काम कर रही है। एशिया के सबसे पुराने तकनीकी संस्थान के रूप में आईआईटी रूड़की अपनी तकनीकी विशेषज्ञता के साथ स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहित करता है, और अब ‘लोकल टू ग्लोबल’ की थीम के साथ उद्योगों के विकास द्वारा समाज के सामाजिक-आर्थिक विकास की दिशा में प्रयासरत हैं आईआईटी रूड़की को इस दिशा में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सीआईआई द्वारा लगातार तीन सालों तक इंडस्ट्रियल इनोवेशन अवॉर्ड से भी सम्मानित किया गया है। इसके अलावा देश की स्टार्ट-अप प्रणाली को सशक्त बनाने के लिए आईआईटी रूड़की भारतीय तकनीकों को विश्वस्तरीय मंच पर लाकर आत्मनिर्भर भारत के लिए अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है। संस्थान के प्रमुख स्टार्ट-अप लोगों को आधुनिक तकनीकें उपलब्ध कराते हैं। संस्थान को पिछले साल इसक 4 स्टार्ट-अप्स- रावेन आई ज्योस्पेटियल टेक लिमिटेड, टी टाउन रोबोटिक्स प्रा लिमिटेड, इंडी एनर्जी और पेरोवस्कीटे इनोवेशन्स प्रा. लिमिटेड- के लिए विभिन्न डोमेन्स में सम्मानित किया गया। भारत के ज्योस्पेटियल बाज़ार में विदेशी कंपनियों के प्रभुत्व को कम करना तथा इस क्षेत्र में भारत को आत्मनिर्भर बनाना इसका मुख्य उद्देश्य था। आज आईआईटी रूड़की उत्तराखण्ड उद्योग महोत्सव के माध्यम से इस दिशा में निरंतर प्रयासरत है। बी.बी. गुप्ता, प्रेज़ीडेन्ट, रूड़की स्मॉल स्केल इंडस्ट्रियल एसोसिएशन ने कहा, ‘‘इसे साझेदारी को लेकर मैं बेहद उत्साहित हूं। आईआईटी रूड़की के साथ मिलकर हम आगंतुकों को प्रदर्शनी का दुर्लभ अनुभव प्रदान करना चाहते हैं, अब तक उत्तराखण्ड में इतने बड़े पैमाने पर ऐसा आयोजन नहीं हुआ है। हमें उम्मीद है कि आगंतुक इस आयोजन को खूब पसंद करेंगे। राजेश रावत, चेयरमैन, भगवानपुर इंडस्ट्रीज़ एसोसिएशन ने कहा, ‘‘उत्तराखण्ड उद्योग महोत्सव न सिर्फ कारोबार प्रदर्शनी है बल्कि उत्तराखण्ड के उद्योगों को भविष्य का मार्ग प्रशस्त करती है। आज पोस्टर का अनावरण करते हुए हम बेहद उत्सुक हैं, यह प्रदर्शनी उत्तराखण्ड के उद्योगों की क्षमता को दुनिया के समक्ष लेकर आएगी। इस मंच के माध्यम से हमें नए उपभोक्ताओं से जुड़ने का मौका मिलेगा और हम प्रदर्शनी में सर्वश्रेष्ठ संभव डील्स को अंजाम देंगे।’’
प्री-लॉन्च के अवसर पर कार्यक्रम निदेशक, आईआईटी रूड़की- प्रोफेसर के.के. पंत ने कहा, ‘‘हम एक ऐसे दौर में प्रवेश कर गए हैं जहां राज्य, उद्योग और अकादमिक जगत सभी मिलकर समाज के कल्याण और देश के विकास में योगदान दे रहे हैं। हमें खुशी है कि हम उत्तरराखण्ड में सबसे बड़ी प्रदर्शनी के पहले संस्करण के आयोजन का नेतृत्व कर रहे हैं। हमें विश्वास है कि इस मंच के माध्यम से उद्योग जगत, स्टार्ट-अप्स एंव एमएसएमई के साथ हुई मजबूत साझेदारियां छात्रों को उद्योग जगत के अनुसार उचित कौशल प्रदान करेंगी। तथा आधुनिक तकनीक में अनुसंधान द्वारा देश के मेक इन इंडिया उद्देश्यों को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।