दोनों लिपिकों की टैक्स अनुभाग से हटाया, लाखों रुपए वसूलने के मामले में हुई कार्रवाई, टैक्स विभाग में कई बार पहले भी आ चुके हैं इस तरह के मामले सामने
रुड़की । नगर निगम में सात लाख की रकम वसूलने के बाद निगम में जमा नहीं करने के मामले में आरोपों में घिरे दोनों लिपिकों से टैक्स अनुभाग का चार्ज छीन लिया गया है। सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि स्पष्टीकरण मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी। रुड़की नगर निगम के दो लिपिकों ने दुकान के नाम परिवर्तन के लिए एक व्यक्ति से मार्च में सात लाख की रकम ली थी। जिसकी रसीद भी उन्होंने उक्त व्यक्ति को जारी की। सात लाख की रकम निगम खाते में नहीं जमा कराई। गणेशपुर निवासी ने मामले को उजागर कर इसकी शिकायत मुख्यमंत्री कार्यालय तक की। मामले का संज्ञान लेते हुए नगर आयुक्त ने दोनों लिपिकों को नोटिस जारी कर तीन दिन में अपना स्पष्टीकरण प्रस्तुत करने के निर्देश दिए थे। सहायक नगर आयुक्त चंद्रकांत भट्ट ने बताया कि दोनों लिपिक मोहम्मद कय्यूम और जनक कुमार से टैक्स अनुभाग से संबंधित कार्य वापस ले लिया गया है। सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि आज दोनों लिपिकों को स्पष्टीकरण प्राप्त होने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।मंगलवार को नगर निगम कार्यालय और राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म रहा कि सात लाख की रसीद को पुरानी तिथि पर ही कैंसिल कर दिया गया है। जबकि इस विषय पर सहायक नगर आयुक्त ने इस प्रकार की कोई जानकारी न होने की बात कही। जानकारी के लिए बता दें कि रुड़की नगर निगम में बहुत लंबे समय से इसी तरह के घोटाले सामने आ रहे हैं। भवन, दुकान व अन्य संपत्ति के मामलों में गोलमाल होते रहे हैं। पिछले दिनों एक लिपिक जेल भी गया था दूसरे को पुलिस ने गिरफ्तार करना चाहता तो कर्मचारियों ने धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था। कयूम तो हमेशा से ही नगर निगम में चर्चा में रहा है।