रुड़की में अहोई अष्टमी पर महिलाओं ने व्रत रखकर पूजन किया, सुबह के निर्जला व्रत को शुरू किया और महिलाएं दिनभर अहोई माता की पूजा अर्चना में लीन रहीं
रुड़की । अहोई अष्टमी पर बच्चों की लम्बी आयु की कामना करते हुए जहां गुरुवार को महिलाओं ने व्रत रखा वहीं, महिलाओं ने सारा दिन अपने बच्चों को दुलार किया। व्रत को लेकर शाम को तारों को देखकर पूजन कर अर्ध्य दिया। रुड़की व आसपास के क्षेत्रों में महिलाओं ने अहोई अष्टमी को लेकर व्रत रखा। सुबह के निर्जला व्रत को शुरू किया और महिलाएं दिनभर अहोई माता की पूजा अर्चना में लीन रहीं। इस दौरान महिलाओं ने अन्य दिनों से ज्यादा अपने बच्चों को दुलार किया। गलतियां करने पर भी बच्चों को प्रतिदिन की तरह फटकार नहीं मिली। महिलाओं ने शाम को सूर्य छिपने से पहले पूड़ी पकवान बनाए, खीर और बतासों को रखा। फिर तारों की छावों में अर्ध्य देकर व्रत को पूरा किया। इसके बाद भोजन की थाली लगाकर भोग लगाया। साड़ी और शृंगार का सामान का पूजन कर मान्य महिलाओं को दिया।