मतदान के बाद अब हार-जीत पर चर्चा, चौपालों पर लगाए जा रहे गणित, ज्यादातर प्रत्याशी अपनी जीत को मान रहे पक्का
राहुल चौहान, हरिद्वार । मतदान के बाद अब प्रत्याशी व उनके समर्थक हार -जीत के गुणा भाग में मशगूल हैं। गांवों में हार-जीत को लेकर चर्चाओं का दौर चल रहा है। जहां देखो वहीं चुनावी चौपाल सजी है। सभी की निगाहें अब परिणाम पर टिकी है। मतदान में किसने किसे वोट दिया। इसे लेकर प्रत्याशी गुणा-भाग में लगे हुए हैं। जीत का असली चेहरा तो मतपेटिका खुलने के बाद होने वाली गिनती से ही निकलकर आएगा। जैसे जैसे मतगणना का समय नजदीक आता जा रहा है, प्रधान पद के प्रत्याशी व उनके समर्थकों की धड़कनें हार-जीत के परिणामों को लेकर बढ़ती जा रही हैं। गांव-गांव, गली मोहल्लों व चौपालों आदि पर लोग एकत्रित होकर अपने-अपने प्रत्याशी की जीत-हार के आंकड़े वोटर लिस्ट आदि के द्वारा लगाने में जुटे देखे गए। कभी किसी को जीत का हार पहनाते हैं तो कभी किसी को। यह नजारा अनेक गांवों में भ्रमण के दौरान देखने व सुनने को मिला। यहां तक कि कुछ लोग अपने प्रत्याशी को जिताकर माला पहनाकर जश्न भी मनाते देखे गए। कुछ गांवों में चौपालों पर चर्चा करते हुए ग्रामीण जन यह कहते हुए सुने गये कि फलां प्रत्याशी चुनाव हार गया तो वह बर्बाद हो जाएगा क्योंकि उसने अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया था। चुनाव में दिल खोलकर पैसा खर्च करने वाले भी चर्चाओं के केंद्र में थे। दरअसल इतनी शराब वितरण व दावतों का दौर पहले कभी चुनावों में नहीं देखा गया।