घर घर जाकर खेली जा रही है गढ़वाली होली, महिलाओं ने एक-दूसरे को लगाया रंग, गाए होली के गीत
रुड़की । शिवाजी कॉलोनी होली में महिलाओं ने घर घर जाकर खेली जा रही है गढ़वाली और कुमाऊंनी भाषा में गीत गाए जाते हैं प्रेमा रावत के निवास स्थल पर खेली। होली में महिलाओं ने होली गीत गाए । गीत, हर हर पीपल पात, जय देवी आदि भवानी, चलो प्यारे रघुवीरा जनक जयोला, जोगी आयो शहर में व्यापारी । एक दूसरा और रंग लगाकर फूलों से होली खेलकर गीत और गले मिलकर सब को होली की बधाई देते लेते हुए मनाया। पकवान एक दूसरे को खिलाया। आपसी भाईचारे का त्योहार है बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक यह त्यौहार आपसी भाईचारे को बढ़ाता है इस अवसर पर श्रीमती प्रेम रावत, पार्वती रावत, नंदा ऐरी, मुन्नी राणा, सुधा रमोला, प्रतिमा बिष्ट, अंजू देवी,गुड्डी देवी, बीना भट्ट ,वीरा देवी, वंशी रावत, रेखा रावत, ज्योति बड़थ्वाल ,बीना पोखरियाल, सुमित्रा कैंतूरा, मुन्नी बर्थवाल, लज्जो देवी ,मंजू रावत, ममता देवी, सुशीला बिष्ट ,पूर्व क्षेत्र पंचायत सदस्य सतीश नेगी, राजेंद्र सिंह रावत, चतर सिंह रावत आदि उपस्थित थे।