शिक्षानगरी में रंगों से सराबोर होकर घरों को लौटे बच्चे, बच्चे ज्यादा खरीद रहे हैं कॉर्टून कैरेक्टर की पिचकारियां
रुड़की । रंगों के त्योहार होली को दो दिन शेष हैं लेकिन शिक्षानगरी के बच्चों ने अभी से ही रंगों में सराबोर होना शुरू कर दिया है।मंगलवार को शहर के स्कूली बच्चे विभिन्न स्थानों पर एक-दूसरे को रंगते हुए दिखाई दिए। 17 मार्च को होली का त्योहार मनाने को लेकर शहर के लोगों में गजब का उत्साह देखने को मिल रहा है। इस पर्व को लेकर विशेषकर बच्चों और युवाओं में काफी उमंग नजर आ रही है। यही वजह है कि बच्चों ने मंगलवार से ही होली खेलना प्रारंभ कर दिया। दरअसल बुधवार से अधिकांश स्कूलों में होली का अवकाश है। ऐसे में बच्चों ने मंगलवार को ही अपने दोस्तों के संग होली मनाने का फैसला लिया। विभिन्न स्कूलों के बाहर छुट्टी होने पर बच्चे अपने दोस्तों को लाल, गुलाबी, पीले, हरे आदि रंगों से रंगते हुए दिखाई दिए। ऐसे में विभिन्न मार्गों पर रंगों से रंगे चेहरे लेकर बच्चे घरों को लौटते हुए दिखाई दिए। वहीं इन पलों को छात्र-छात्राओं ने सेल्फी लेकर अपने मोबाइल पर भी कैद किया।
रंग बिरंगे रंगों से सजे स्टॉल
शहर में सिविल लाइंस, मेन बाजार, बीटी गंज, पुराना रेलवे रोड, चंद्रपुरी, आजाद नगर, रामनगर, लालकुर्ती आदि स्थानों पर जगह-जगह रंग, गुलाल और पिचकारी के स्टॉल सज गए हैं। लोगों द्वारा भी इनकी जमकर खरीदारी शुरू कर दी गई है। दुकानों में लाल, गुलाबी, पीले, हरे, गोल्डन, सिल्वर आदि कई रंगों में रंग और गुलाल उपलब्ध हैं। रंगों का 100 ग्राम का पैकेट दस से लेकर 60 रुपये तक में उपलब्ध है। जबकि बच्चों के लिए कई डिजाइनों में एक से बढ़कर एक पिचकारी हैं। अधिकतर बच्चों को कॉर्टून कैरेक्टर की पिचकारियां ही पसंद आ रही हैं। इनकी कीमत दस से लेकर 1500 रुपये तक है।