लू लगने के कारण हो सकती है मौत, इन लक्षणों से बचने के लिए अपनाएं ये टिप्स

गर्मी में लू लगने का खतरा काफी ज्यादा होता है. जिसके कारण मरीज की मौत तक हो सकती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लू लगने के लक्षणों से बचने के लिए किन हेल्थ टिप्स को अपनाना चाहिए. इस बारे में जानने के लिए हमने एक्सपर्ट से बात की और उन्होंने लू से बचने के प्रभावशाली टिप्स के बारे में बताया.

Heat Stroke: लू लगने पर क्या होता है?


जेपी हॉस्पिटल के डिपार्टमेंट ऑफ इंटरनल मेडिसिन के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. प्रवीण नरुला ने बताया कि हीटस्ट्रोक का मतलब शारीरिक तापमान का अत्यधिक बढ़ना होता है. जो कि आमतौर पर धूप में ज्यादा देर रहने या शारीरिक मेहनत करने से होता है. जिसकी वजह से शरीर अंदरुनी गर्मी को कंट्रोल करने में असक्षम हो जाता है. हीट स्ट्रोक को ही लू लगना कहते हैं, जो कि हीट इंजरी का सबसे गंभीर रूप है. इस कंडीशन में शारीरिक तापमान 40.60 डिग्री सेल्सियस या उससे ज्यादा हो जाता है. एक्सपर्ट आगे बताते हैं कि हीट स्ट्रोक पर अगर तुरंत मेडिकल सहायता ना मिले, तो ऑर्गन फेलियर, गंभीर डिहाइड्रेशन, बेहोशी या फिर मौत तक हो सकती है.

Heat Stroke Symptoms: लू लगने की पहचान कैसे करें?


हीट स्ट्रोक या लू का खतरा सबसे ज्यादा बच्चों, 65 वर्ष से बड़े लोग, ज्यादा देर तक शारीरिक मेहनत करने वाले, दिल या फेफड़ों की बीमारी के मरीज और बीपी की या एंटीडिप्रेसेंट दवाएं लेने वाले लोगों को होता है. लू लगने के कारण आपको निम्नलिखित लक्षण देखने को मिल सकते हैं. जैसे-

मसल्स क्रैम्प
ड्राई स्किन
अत्यधिक थकावट
कंफ्यूजन
सिरदर्द
उल्टी
तेज धड़कन
गहरे रंग का पेशाब
त्वचा का पीला होना, आदि


Tips to prevent heat stroke: लू से खुद को कैसे बचाएं?

ढीले, हल्के और हल्के रंग के कपड़े पहनें.
डिहाइड्रेशन से बचने के लिए थोड़ी-थोड़ी देर में लिक्विड लेते रहें.
शराब पीने से डिहाइड्रेशन हो सकती है, इसलिए दूर रहें.
खीरा, खरबूजा, अनार और केला जैसे लू से बचाने वाले फूड खाएं.
गर्मी में ज्यादा मेहनत वाले काम ना करें.
पानी वाली एक्सरसाइज करें, जैसे स्विमिंग
अगर आप बाहर हैं, तो छांव में रहने की कोशिश करें और बार-बार पानी पीते रहें.
पंखे में रहना बेहतर है, लेकिन बहुत ज्यादा गर्मी में एसी की मदद से तापमान और उमस से बचा जा सकता है.
टोपी, सनग्लास, सनस्क्रीन और पूरे शरीर को ढकने वाले हल्के कपड़ों से सनबर्न से बचाव करें.
बंद कार में किसी शिशु को 5-10 मिनट से ज्यादा ना रहने दें.
गर्मी से एसी और एसी से गर्मी में जाते हुए थोड़ी देर सामान्य तापमान में रहें.
अगर आपको हीट स्ट्रोक के लक्षण दिखते हैं, तो तुरंत डॉक्टर की मदद लें.

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